दिव्यांग रेलयात्रियों के लिए अच्छी खबर है। दिव्यांगों को किराये में छूट देने के लिए रेलवे द्वारा बनाए जाने वाले यूनिक कार्ड अब ऑनलाइन बनाए जा सकेंगे। इससे हर साल कार्ड बनवाने वाले करीब पांच हजार लोगों को अब रेलवे कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
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रेलवे सूत्रों के अनुसार, दिव्यांगों को कार्ड बनने के बाद उसे लेने के लिए मात्र एक बार कार्यालय आना होगा। उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल में जून माह के अंत तक यह सिस्टम शुरू हो जाएगा। अब तक कार्ड बनवाने के लिए दिव्यांगों को संबंधित मंडल के मुख्यालय में जाना होता है। दिव्यांगों को आवेदन करने और कार्ड लेने के लिए कम से कम दो बार कार्यालय जाना होता है। अगर कागजों में कुछ कमी हो तो दो से अधिक बार भी चक्कर लगाने पड़ते हैं।
समय पर सूचना
ऑनलाइन आवेदन के दौरान आवेदक अपने प्रमाण पत्र की डिजिटल कॉपी अटैच करेंगे। रेलवे मोबाइल संदेश से समय-समय पर आवेदक को अपडेट करेगा। कार्ड बनने के बाद अंतिम संदेश भेजा जाएगा। इसके बाद दिव्यांग कार्यालय में आकर अपना कार्ड प्राप्त कर सकता है।
यूनिक कार्ड से किराए में मिलती है छूट
दिव्यांग रेलयात्रियों को रेलवे की ओर से किराये में छूट दी जाती है। काउंटर पर सर्टिफिकेट दिखाकर छूट मिल जाती है। लेकिन आईआरसीटीसी पोर्टल पर किराये में छूट के लिए यूनिक कोड वाला कार्ड उपलब्ध कराया जाता है। कार्ड का नंबर डालने के बाद ही ऑनलाइन बुकिंग पर छूट मिलती है। अब कार्ड से ऑनलाइन के अलावा काउंटर से भी छूट वाला टिकट जारी किया जाएगा। दिव्यांग को हर जगह अपने सर्टिफिकेट ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
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