बीआरडी मेडिकल कॉलेज में दो कोरोना संक्रमित महिलाओं ने स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया है। इनमें एक प्रसूता ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। वह गीडा की रहने वाली है। जबकि एक महिला कुशीनगर की रहने वाली है। मां और बच्चे दोनों पूरी तरह से सुरक्षित है। खास बात यह है कि कुशीनगर की महिला की डिलीवरी नॉर्मल हुई है।
गीडा की रहने वाली 29 साल की गर्भवती चार दिन पहले शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हुई थी। उसके गर्भ में जुड़वा बच्चे थे। उसका प्रसव सिजेरियन होना था। एहतियातन निजी अस्पताल के डॉक्टर ने उसकी कोरोना जांच कराई। जांच में वह कोरोना संक्रमित निकली। इसके बाद महिला को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां रविवार को सिजेरियन प्रसव हुआ। इस दौरान उसने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। डॉक्टरों के मुताबिक जच्चा और बच्चा पूरी तरह से सुरक्षित है।
वहीं, कुशीनगर के रामकोला के रोवारी गांव की 28 वर्षीय महिला दो दिन पहले बीआरडी में भर्ती हुई थी। उसके साथ उसकी ननद भी तीमारीदारी में थी थी। दोनों की जांच कराई गई। जांच में दोनों कोरोना संक्रमित निकलीं। शनिवार की रात में गर्भवती को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। बीआरडी में गायनी विभाग की टीम ने नॉर्मल डिलीवरी कराने का निर्णय लिया। करीब तीन घंटे तक दो सीनियर रेजीडेंट और पैरामेडिकल स्टॉफ ने कवायद की। जिसके बाद महिला ने सामान्य प्रसव के जरिए बच्चे को जन्म दिया। जच्चा और बच्चा दोनों पूरी तरह से स्वस्थ्य है।
बीआरडी प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि अब तक गायनी विभाग में तीन संक्रमित महिलाओं की सफल डिलीवरी हुई है। इसमें एक संकमित महिला ने जुड़वा बच्चे जने हैं। सभी पूरी तरह से सुरक्षित है। एक से दो दिनों में एहतियात के लिए बच्चों की भी जांच कराई जाएगी।
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