लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच होम आइसोलेशन की व्यवस्था ने लोगों को बड़ी राहत दी है। इस राहत के बीच होम आइसोलेट हुए संक्रमितों का सबसे कारगर हथियार आरोग्य सेतु एप होगा। इस एप से कंट्रोल रूम लगातार मरीजों की स्थिति पर नजर रख सकेगा। इसके साथ ही एप के जरिए आसपास के लोग भी अलर्ट हो जाएंगे।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि होम आइसोलेट रहने वालों को हर हाल में अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु एप इंस्टाल करना है। अगर एप इंस्टाल नहीं होगा तो संबंधित को अस्पताल में भर्ती करा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु एप पर हर होम आइसोलेट मरीज को दो बार एक्सेस करना होगा। उसमें पूछी जाने वाले सवालों के जवाब देने होंगे। ऐसे में किसी मरीज की दिक्कत बढ़ी तो तुरंत उसे ट्रैक कर लिया जाएगा और अस्पताल में भर्ती करा दिया जाएगा।
एक्सेस नहीं किया तो तुरंत जाएगा फोन
आरोग्य सेतु एप पर अगर मरीज एक्सेस नहीं करता है तो कंट्रोल रूम में तुरंत पता चल जाएगा कि संबंधित मरीज ने एक्सेस नहीं किया है और तत्काल मरीज के पास फोन चला जाएगा। इसके साथ ही अगर मरीज ने अपनी लोकेशन बदलने की कोशिश की तो तुरंत पकड़ लिए जाएंगे।
सीएमओ आफिस में बना कंट्रोल रूम
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की निगरानी के लिए सीएमओ कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहां एक शिफ्ट में चार कर्मचारी तैनात रहेंगे। इनके पास होम आइसोलेशन पर रहे लोगों का मोबाइल नम्बर के साथ पूरी हिस्ट्री यहां के कर्मचारियों के पास होगी।
अभी 14 लोग हैं संक्रमित होम आइसोलेट
कोरोना से संक्रमित 14 लोग बीते दो दिन में होम आइसोलेट हैं। जिला प्रशासन के मुताबिक सभी रोजाना आरोग्य सेतु एप से अपडेट कर रहे हैं और सभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बताया कि गैर लक्षण वाले मरीज अगर घर पर होम आइसोलेट रहते हैं, तो उन्हें जरूरी सामान घर पर रखने होंगे। इनमें प्लस ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, मास्क, गल्ब्स, सोडियम हापोक्लोराइट साल्यूशन और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले सामान शामिल हैं। इसके अलावा घर में दो शौचालय, 24 घंटे देख-रेख करने वाला एक व्यक्ति का होना जरूरत है। स्मार्ट फोन न होने पर स्वास्थ्य विभाग को फोन पर सूचना देनी होगी। इसके अलावा स्मार्ट फोन में आइसोलेशन एप डाउनलोड करना होगा।
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