पूरी दुनिया में अमेरिका कोरोना महामारी से बुरी तरह से पीडि़त

पूरी दुनिया में अमेरिका कोरोना महामारी से बुरी तरह से पीडि़त


अमेरिका में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. पूरी दुनिया में अमेरिका कोरोना महामारी से बुरी तरह से पीडि़त हैं. दुनिया में सबसे ज्यादा मामले हर दिन अमेरिका में ही दर्ज हो रहे हैं. यहां पिछले 24 घंटे में 55 हजार कोरोना के नए मामले सामने आए हैं. हालांकि अमेरिका में मौत की संख्या में पहले से कमी आई है. इन दिनों दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें हर दिन ब्राजील में हो रही हैं. मंगलवार को अमेरिका में 55,251 नए मामले आए और 992 लोगों की मौत हो गई.


अमेरिका में अबतक 133,971 लोगों की मौत


वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बुधवार सुबह तक बढ़कर 30 लाख 96 हजार पार हो गई. कुल 1 लाख 33 हजार 971 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि 13 लाख 54 हजार लोग ठीक भी हुए हैं, जो कुल संक्रमितों का 44 फीसदी है. 16 लाख 08 हजार लोगों का अस्पतालों में अभी इलाज चल रहा है, जो कुल संक्रमितों का 52 फीसदी है. अमेरिका में कुल 4 फीसदी कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हुई है.


 


अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 423,493 केस सामने आए हैं. सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 32,292 लोग मारे गए हैं. इसके बाद कैलिफॉर्निया में 287,514 कोरोना मरीजों में से 6,563 लोगों की मौत हुई. इसके अलावा न्यू जर्सी, टेक्सस, मैसाचुसेट्स, इलिनॉयस, फ्लोरिडा भी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.


 


हवा से भी फैल सकता है संक्रमण


कोरोना वायरस के संक्रमण की शुरुआत से ही इससे बचाव की बात कही जा रही है. हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना संक्रमण के प्रसार के लिए हवा को भी जिम्मेदार बताया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से कहा गया है कि इस बात को नहीं नकारा जा सकता है कि कोरोना वायरस का संक्रमण हवा से नहीं हो सकता है.


 


विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार. दुनिया के 32 देशों के 239 वैज्ञानिकों ने इस बात के सबूत दिए हैं कि फ्लोटिंग वायरस कण उन लोगों को संक्रमित कर सकते हैं जो उन्हें सांस से अपने शरीर के अंदर लेते हैं. इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि कोरोना का वायरस सांस की बिमारी का कारण बनता है. संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होती है.


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