नई दिल्ली: आज देर रात 1 बजकर 32 मिनट से 04 बजकर 30 मिनट तक के लिए चंद्र ग्रहण लग रहा है। ग्रहण की कुल अवधि 2.59 घंटे होगी। यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। और इसी के साथ ये साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण भी होगा।
चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण से ठीक 9 घंटे पहले यानी कि शाम 4:30 बजे शुरु हो गया है। इस चंद्र ग्रहण को भारत समेत ऑस्ट्रेलिया, एशिया लेकिन यहां के उत्तर-पूर्वी भाग को छोड़ कर, अफ्रीका, यूरोप, उत्तरी तथा दक्षिणी अमेरिका के ज्यादातर भाग में दिखाई देगा।
जानिए- क्या है सूतक
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण दोनों से कुछ घंटे पहले का समय ऐसा होता है, जब प्रकृति संवेदनशील हो जाती है। तब कुछ नकारात्मक स्थितियां पैदा हो जाती हैं। इससे अनहोनी की आशंका बढ़ जाती है। इस समय को सूतक काल कहा जाता है। सूर्यग्रहण से 12 घंटे तो चंद्रग्रहण के नौ घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है।
मंदिरों के पट बंद
सूतक के कारण देश के सभी मंदिरों के पट शाम 4:00 से बजे बंद हो गए हैं। यह कल सुबह 5:00 बजे खुलेंगे। करीब 13 घंटे मंदिरों के पट बंद रहेंगे। पट बंद होने के बाद शाम को मंदिर परिसर में भजन कीर्तन होगा।
इन जगहों पर दिखेगा चंद्र ग्रहण
यह आंशिक चंद्रग्रहण होगा जिसे अरुणाचल प्रदेश के दुर्गम उत्तर पूर्वी हिस्सों को छोड़कर देश भर में देखा जा सकेगा। दुनिया भर में यह ग्रहण एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका के अधिकतर हिस्सों में दिखाई देगा।
ऐसे देखें चंद्र ग्रहण लाइव
अगर आप लाइव चंद्र ग्रहण देखना चाहते है तो आप नासा की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर देख सकते है। इसके लिए आप www.nasa.gov में जा सकते है।
क्या होता है आंशिक चंद्र ग्रहण
आंशिक चंद्र ग्रहण तब होता है जब सूरज और चांद के बीच पृथ्वी घूमते हुए आती है, लेकिन वे तीनों एक सीधी लाइन में नहीं होते। ऐसी स्थिति में चांद की छोटी सी सतह पर पृथ्वी के बीच के हिस्से की छाया पड़ती है, जिसे अंब्र कहते हैं। चांद के बाकी हिस्से में पृथ्वी के बाहरी हिस्से की छाया पड़ती है, जिसे पिनम्ब्र कहते हैं। इस दौरान चांद के एक बड़े हिस्से में हमें पृथ्वी की छाया नजर आने लगती है।
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