ऑस्ट्रेलिया भीषण आग: एक अरब से ज्यादा जानवरों की मौत, कई विलुप्त होने की कगार पर

ऑस्ट्रेलिया भीषण आग: एक अरब से ज्यादा जानवरों की मौत, कई विलुप्त होने की कगार पर

ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी भीषण आग से कई जंगली जानवरों के विलुप्त होने का खतरा मंडराने लगा है। अब तक एक अरब से अधिक जानवरों के मारे जाने का अनुमान है। वन्यजीव बचाव समूह वाइर्स के साथ काम करने वाली प्राइस ने कहा कि हमें लगता है कि आग में बहुत कुछ नष्ट हो गया है। इसके चलते कोला जानवरों के झुलसे हुए शरीरों, पोसम्स के जले हुए पंजों और अनगिनत कंगारुओं के शवों की भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं। मेंढक, कीट-पतंगे, अकशेरुकी और सरीसृप जैसे कम नजर आने वाले जंतुओं का भी आग के चलते सफाया हो जाने की आशंका है।


आपातकालीन प्रबंधन विभाग के अनुसार न्यू साउथ वेल्स में लगभग 135 जगहों पर आग अब भी जारी है। वहीं, विक्टोरिया में आग 23 जगहों पर अब भी लगी हुई है। आग के चलते देश के दक्षिण-पूर्वी तट पर फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने में लगी ऑस्ट्रेलियाई नौसेना को शुक्रवार को मल्लकूटा होटल में बीयर पहुंचाने का नया दायित्व मिला, जिसमें शराब खत्म होने के कगार पर है।


सौ साल के इतिहास में 2019 सबसे गर्म वर्ष



ऑस्ट्रेलिया के सौ साल के इतिहास में 2019 सबसे गर्म वर्ष रहा। मौसम विभाग (ब्यूरो ऑफ मेट्रोलॉजी) ने इसकी पुष्टि की है। विभाग ने जब से रिकॉर्ड मापना शुरू किया है तब से लेकर अब तक 2019 सबसे गर्म वर्ष रहा। बता दें कि विभाग ने 1910 से रिकॉर्ड मापना शुरू किया है।


2019 वर्ष भी सूखा
ब्यूरो ऑफ मेट्रोलॉजी ने कहा कि विभाग ने वर्ष 1900 से बारिश का रिकॉर्ड रखना शुरू किया। उसके बाद से लेकर अब तब 2019 सबसे सूखा वर्ष रहा है।  


कंगारू के बच्चे को दी जिंदगी
दक्षिण-पूर्वी ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश हिस्से में फैली आग के चलते जंगल में कई तरह के मर्मस्पर्शी दृश्य नजर आ रहे हैं। इसी तरह के एक दृष्य में स्वयंसेवी साराह प्राइस को कंगारू का एक बच्चा चारों ओर लगी आग के बीच अंतिम सांस गिन रही अपनी मां की झोली में छिपा हुआ मिला। कुछ देर बाद उसकी मां की मौत हो गई। प्राइस को लगा कि कंगारू के जीवित बचे बच्चे का कोई नाम रखा जाना चाहिए। उन्होंने इसका नाम चांस रख दिया। वह अब धीरे-धीरे स्वस्थ हो रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि जो जीव बच गए हैं, उन्हें जीवित रहने के लिए संकटपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।


ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर शेन वॉर्न की बैगी ग्रीन कैप शुक्रवार को नीलामी में पांच करोड़ रुपये (10 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर) से अधिक में बिकी। इससे मिले पैसे का इस्तेमाल जंगलों में लगी आग के पीड़ितों की मदद के लिए की जाएगी। इससे पहले महान क्रिकेटर डोनाल्ड ब्रैडमैन की कैप 2003 में चैरिटी के लिए हुई नीलामी में 4,25,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर में बिकी थी और वार्न की कैप इस राशि को पार कर गई।


वार्न ने ट्वीट किया कि हर किसी का शुक्रिया जिन्होंने बोली लगाई। कई अन्य क्रिकेटर क्रिस लिन, ग्लेन मैक्सवेल और डार्सी शार्ट पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि वे मौजूदा बिग बैश लीग में अपने मारे प्रत्येक छक्के के लिए 250 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर की राशि दान में देंगे।


टेनिस खिलाड़ी भी आगे आए
ऑस्ट्रेलिया के निक किर्गियोस ने भी कहा कि वह घरेलू सरजमीं पर होने वाले टूर्नामेंट के दौरान प्रत्येक ऐस से मिली 200 आस्ट्रेलियाई डालर दान में दे देंगे। दुनिया की नंबर एक महिला खिलाड़ी एशले बार्टी ने इस हफ्ते ब्रिसबेन अंतरराष्ट्रीय में मिली राशि रेड क्रास को दान में देने का फैसला किया।


हैमिल्टन देंगे 2.50 करोड़ रुपये
छह बार के फार्मूला वन विश्व चैम्पियन लुईस हैमिल्टन ने ऑस्ट्रेलिया के जंगल में लगी आग से प्रभावित दमकलकर्मियों, वन्यजीव स्वंयसेवकों और जानवरों की मदद के लिए 2 करोड़ 44 लाख 27 हजार 95 रुपये (500,000 ऑस्ट्रेलिया डॉलर) दान में देने का फैसला किया। उन्होंने गुरूवार को ट्विटर पर इसकी घोषणा की।


सेरेना अपनी ड्रेस दान करेंगी
तेईस बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन और टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स ऑस्ट्रेलिया में जंगल में लगी आग बुझाने में लगे दमकलकर्मियों की मदद के लिए अपनी ड्रेस की नीलामी करेंगी। इससे मिलने वाली राशि उनकी सहायता के लिए जाएगी। इस महीने होने वाले ऑस्ट्रेलियाई ओपन की तैयारियों के लिए डब्ल्यूटीए ऑकलैंड क्लासिक टूर्नामेंट में खेल रही सेरेना दुनिया के उन खिलाड़ियों की जमात में शामिल हो गई, जो अपनी यादगार चीजों के अलावा नकद राशि दमकलकर्मियों के प्रयासों के लिए दे रहे हैं।


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