यातायात जागरूकता से मार्ग दुर्घटना के मृत्यु दर में आई कमी :एसपी ट्रैफिक  

यातायात जागरूकता से मार्ग दुर्घटना के मृत्यु दर में आई कमी :एसपी ट्रैफिक  


गोरखपुर : एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा अपने गोरखपुर में तैनाती के बाद से ही यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए प्रतिदिन नए-नए प्रयोग करते रहते हैं जिसका असर यह हुआ कि पिछले साल के मुकाबले मार्ग दुर्घटना के मृत्यु दर में कमी आई। यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि जनपद में मार्ग दुर्घटना में हुए आंकड़े बयां कर रहे हैं। महानगर यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए एसपी ट्रैफिक ने कुछ मार्गो पर अस्थाई डिवाइडर लगवाया यातायात जागरूकता के लिए पाठशाला का आयोजन विभिन्न स्कूलों में बच्चों को यातायात नियमों के बारे में जानकारी दी गई इतना ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी यातायात नियमों के बारे में जागरूकता के लिए पाठशाला का आयोजन ऑटो चालकों का रूट निर्धारित कर उनकी नंबरिंग की गई कि वह किस रूट पर चलेंगे। निशुल्क हेलमेट वितरण हेलमेट धारण करने वाले वाहन चालकों को प्रशस्ति पत्र व फूल देकर सम्मानित किया गया हेलमेट पहने वाहन चालकों की पत्नियो को सर्वश्रेष्ठ पत्नी के सम्मान से सम्मानित किया यातायात जागरूकता के लिए संकल्प पत्र तैयार किया गया जिसे सड़क से लेकर रेलवे स्टेशन एयर फोर्स स्कूल कॉलेजों में यातायात संकल्प पत्र की लोगों को शपथ दिलाई गई आदि तमाम प्रकार की प्रयोग एसपी ट्रैफीक आदित्य प्रकाश वर्मा द्वारा किया गया जिसका असर रहा कि वर्ष 2018 में मार्ग दुर्घटना में 456 लोगों की मौत हुई तो वही वर्ष 2019 में मौत का आंकड़ा घटकर 438 हो गया । इसी प्रकार वर्ष 2018 में गंभीर रूप से घायल 170 तो वही वर्ष 2019 में यह आंकड़ा 96 पर ही सिमट गया।  वर्ष 2018 में मामूली रूप से घायल 572 रहा तो वर्ष 2019 में यह आंकड़ा कुछ बड़ कर 585 हो गया। वर्ष 2018 में कुल मार्ग दुर्घटनाएं 1198 रहा तो वर्ष 2019 में यह आंकड़ा घटकर  1119 पर सिमट गया। आंकड़े यह दर्शाते हैं कि अगर व्यापक रूप से  प्रचार प्रसार किया जाए और लोगों में जागरूकता लाई जाए तो घटनाएं कम भी होगी । एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा ने बताया कि  यातायात नियमों का  पालन करवाने के लिए  सख्ती और  जागरूकता  दोनों  मापदंडों को अपनाया गया।  बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई सिर्फ एक साल में गोराखपुरीओ का लगभग 7 करोड़ का चालान किया और 2 करोड़ जुर्माना अभी तक वसूल किया जा चुका है। लगभग  85% लोग हेलमेट व सीट बेल्ट धारण करके चल रहे है।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ