लखनऊ में नहीं हो रही कोरोना टेस्ट की 100 % डाटा फीडिंग, हर जगह कर्मचारियों की भारी कमीं

लखनऊ में नहीं हो रही कोरोना टेस्ट की 100 % डाटा फीडिंग, हर जगह कर्मचारियों की भारी कमीं



लखनऊ। प्रदेश में कोरोना के मामले से एक बार से लोगों को बेचैन कर दिया है, वहीं राज्य सरकार भी गंभीरता को देखते हुए दुबारा जगह जगह टेस्टिंग की व्यवस्था के साथ वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है। सरकार के निर्देश पर सभी जिलों में अधिकारीयों को कोविड कैम्प में जाकर व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी दी गई थी, जिसके अंतर्गत राजधानी लखनऊ में बुधवार को शहर के स्वास्थ्य केन्द्रों पर सीडीओ लखनऊ प्रभाष कुमार ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान 100 डाटा फीडिंग और कांटेक्ट टेस्टिंग को लेकर अव्यवस्था पर नाराजगी जताई। वहीं बढ़ते हुए कोरोना केसों को संभालने में कर्मचारियों की कमी भी साफ़ देखने को मिली। ऐसे में कोरोना पर काबू किस तरह से पाया जाएगा ये एक बड़ा प्रश्न है। वहीं स्वस्थ्य केन्द्रों की डिमांड पर जल्द से जल्द कर्मचारियों और अन्य व्यवस्थाओं को पूरा करने के लिए अश्वाषन दिया।    


शहरी स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना टेस्टिंग और कांटेक्ट टेस्टिंग डाटा फीडिंग में गड़बड़ी

राजधानी लखनऊ में बढ़ते कोरोना को कंट्रोल करने के उद्देश्य से सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर वैक्सीन और टेस्टिंग के साथ कांटेक्ट ट्रेसिंग को ज्यादा से ज्यादा करने का निर्देश जारी किया गया था, जिसको लेकर बुधवार सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर तक लखनऊ सीडीओ प्रभाष कुमार ने राजधानी के कई नगरीय स्वास्थ्य केन्द्रों का निरिक्षण किया, जिसमें साफ़ सफाई और कर्मचारियों की मौजूदगी को लेकर वो संतुष्ट हुए, लेकिन जब उन्होंने रजिस्टर चेक करते हुए कांटेक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग और डाटा फीडिंग को देखा आंकड़े बहुत निराशा जनक देखने को मिले। अलीगंज और कैसरबाग स्थित स्वास्थ्य केन्द्रों में डाटा फीडिंग को लेकर भारी गड़बड़ी देखने को मिली.

सरकारी आदेश के अनुसार शहर में कांटेक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग का डाटा रूटीन में 100% फीड किया जाना है, लेकिन कर्मचारियों की भारी कमीं से इस लक्ष्य को पूरा कर पाना संभव होता नहीं दिखाई दे रहा है। वहीं सीडीओ प्रभाष कुमार ने अलीगंज ने जांच में पाया कि, 15 दिनों में कान्टेक्ट टेसिंग व टेस्टिंग के डाटा की 100 % अपलोडिंग नहीं की गयी है, जिस पर उन्होंने मौजूद अधिकारीयों को फटकार लगाते हुए तुरंत डाटा फीडिंग सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।  

 

अलीगंज और कैसरबाग में 434 लोगों हुए होम आइसोलेट

अलीगंज स्वास्थ्य केन्द्र की इंचार्ज डा रश्मि वर्मा ने बताया कि, अलीगंज स्वस्थ्य केंद्र पर आरआरटी की 9 टीमें क्षेत्र में कान्टेक्ट टेªसिंग तथा टेस्टिंग का काम कर रही हैं। 3 आपरेटर डाटा फीडिंग के लिए हैं. दो सेशन में बांटकर लोगों की वैसिनेशन का काम किया जा रहा है. हमारे क्षेत्र में 403 लोगों को होम आइसोलेट कराया गया है. वहीं डॉ रश्मि वर्मा ने सीडीओ से एक व्हीकल और दो ऑपरेटर की डिमांड को भी जरुरी बताया गया.

जबकि कैसरबाग में निरीक्षण के दौरान पाया गया कि, आरआरटी की 3 टीमें क्षेत्र में कान्टेक्ट टेसिंग तथा टेस्टिंग का काम कर रही हैं, इस सारे डाटा की फीडिंग के लिए 2 आपरेटर काम कर रहे है. यहाँ पर भी वैक्सीन का काम दो सेशन में पूरा किया जा रहा है. कैसरबाग स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत ३१ लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है.

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ