वायरस का सितम तीन और मौते हुईं, बढ़ रही है रोजाना नए केस मिलने की संख्या लेकिन बचाव उपाय बना मजाक

वायरस का सितम तीन और मौते हुईं, बढ़ रही है रोजाना नए केस मिलने की संख्या लेकिन बचाव उपाय बना मजाक



बाराबंकी। रोजाना 57 नए केस मिलने का औसत और सोमवार को तीन मौतें जोड़कर कुल 12 लोगों की मृत्यु। भीड़ बेपरवाही से अपनी रौ में चल रही है और वायरस लगातार सितम ढाए हुए है।बता दें कि जिले में 11 अप्रैल तक कुल 691 नए केस मिले है। इसमे कल तक 714 एक्टिव केस दर्ज किए गए। लगातार मिल रहे नए केस के साथ संक्रमितों की मौत चिंता का सबब बनी है। शहर के सरावगी वार्ड में सुनील खरे (62) की रविवार की शाम कोविड पॉजिटिव होने के कारण लखनऊ के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। इससे कुछ घंटे बाद ही इनके भाई सुधीर की भी घर में मौत हो गई। जोन दो के प्रभारी डाॅ.मनोज गुप्ता ने बताया कि सगे भाईयों की कोविड से मौत की बात परिवार ने कहीं है,पर लिखित सूचना नहीं है। फिर भी टीम परिवार के कांट्रैक्ट सर्विलांस के लिए मंगलवार को भेजी जाएगी। वार्ड सभासद शील प्रकाश शुक्ला ने बताया कि एक भाई की मौत कोविड से होने व उनके भाई की भी मौत हो जाने की जानकारी मिली है।

बेड नहीं मिला घर मे हुई मौत

हैदरगढ़ क्षेत्र के सहावर के रामसुमिरन वाजपेई(70)की कोविड वायरस के संक्रमण के कारण सोमवार की सुबह घर पर ही मृत्यु हो गई। परिवार ने खांसी व बुखार की शिकायत पर नौ अप्रैल को रामसुमिरन को लखनऊ के विवेकानंद अस्पताल में जांच कराई थी।जिसमें उनको कोविड पाॅजिटिव बताया गया था। बेड न मिलने पर उनको घर ले आया गया था।इसके अलावा फतेहपुर क्षेत्र के मुन्नीपुरवा मजरे सफीपुर के अशोक(35)ने सफेदाबाद के मेयो अस्पताल में दम तोड़ दिया।

डीएम एसपी ने देखा अस्पतालों का हाल

डीएम आदर्श सिंह व एसपी यमुना प्रसाद ने कोविड केयर अस्पताल मेयो मेडिकल काॅलेज व हिंद अस्पताल का सोमवार को दौरा किया।निरीक्षण के दौरान आक्सीजन सिलेन्डर, आॅक्सीजन सप्लाई, स्टाफ की उपलब्धता, मास्क, टेस्टिंग, वेटिंलेटर, पीपीई किट, अत्यधिक बेड्स की उपलब्धता की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान डाक्टर्स व स्टाफ को निर्देश दिया कि कोविड-19 के बढ़ते केसों को ध्यान में रखते हुए सतर्कता आवश्यक है। इस हेतु पीपीई किट, मास्क व सैनेटाइजर का प्रत्येक दशा में इस्तेमाल किया जाए । जिलाधिकारी ने कहा हास्पिटल में मरीजों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं उत्पन्न होनी चाहिए। सारी सुविधाएं मरीजों के लिए मुहैया कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी नेकहा कि परिसर में किस भी प्रकार की गंदगी नहीं होनी चाहिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने कोरोना संक्रमित भर्ती रोगियों के उपचार आदि की जानकारी ली।

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