मंशा: कोरोना का सक्रिय मरीज मिलने के बाद उसे इन चिकित्सालयों में रखकर बेहतर ढंग से इलाज किया जाए

मंशा: कोरोना का सक्रिय मरीज मिलने के बाद उसे इन चिकित्सालयों में रखकर बेहतर ढंग से इलाज किया जाए


कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने मिठौरा व मंसूरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कोविड समर्पित चिकित्सालय बनाने का निर्णय लिया है। दोनों चिकित्सालयों को सक्रिय रुप से संचालित किए जाने के लिए 25 सदस्यीय चिकित्सकीय दल के गठन की प्रक्रिया भी शुरु हो गई है। मंशा है कि कोरोना का सक्रिय मरीज मिलने के बाद उसे इन चिकित्सालयों में रखकर बेहतर ढंग से इलाज किया जाए।


शासन के निर्देश पर प्रत्येक जिले में कोविड समर्पित चिकित्सालय (एल-वन) की स्थापना की जानी है। मंशा है कि कोरोना से संक्रमित मरीजों को वहां पर भर्ती कर उनका बेहतर ढंग से इलाज किया जाए। यह भी कहा गया है कि जिन चिकित्सालयों को कोविड समर्पित चिकित्सालय बनाया जाए वहां पर भर्ती अन्य मरीजों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराते हुए उनके बेहतर इलाज की व्यवस्था का प्रबंध किया जाए।


जिम्मेदारों ने कोविड समर्पित चिकित्सालय के रुप में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिठौरा व मंसूरगंज को चिन्हित कर लिया है। वहां पर 25 सदस्यीय चिकित्सक दल के दो टीमों को तैयार करने की प्रक्रिया भी जारी है। प्रत्येक दल 15 दिवस तक वहां पर उपचार आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करेगा। कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. आईए अंसारी ने बताया कि कोविड समर्पित चिकित्सालय के रुप में मिठौरा व मंसूरगंज का चयन किया गया है। चिकित्सकीय दल बनाने की प्रक्रिया जारी है। जल्द ही उसे अस्तित्व में लाया जाएगा।


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