मिशन शक्ति' अभियान में पुलिस ने सुरक्षा के प्रति महिलाओं को किया जागरूक,सशक्त नारी हम सबकी जिम्मेदारी, डरकर नहीं, डटकर करें मुकाबला 

मिशन शक्ति' अभियान में पुलिस ने सुरक्षा के प्रति महिलाओं को किया जागरूक,सशक्त नारी हम सबकी जिम्मेदारी, डरकर नहीं, डटकर करें मुकाबला 


एटा-वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह के निर्देशन में तथा अपर पुलिस अधीक्षक एटा ओमप्रकाश सिंह के नेतृत्व में प्रदेश भर में चल रहे 'मिशन शक्ति' अभियान के अंतर्गत जनपद के सभी थाना प्रभारियों द्वारा स्कूलों, कॉलेजों, कोचिंग सेंटरों, गांव तथा मोहल्लों में जाकर महिलाओं और बेटियों को उनकी सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन के प्रति जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने सम्मान सुरक्षा वे अधिकारों के प्रति जागरूक हों ताकि महिला सशक्तिकरण की अवधारणा सही रूप से साकार हो सके।


वहीं क्षेत्राधिकारी नगर राजकुमार सिंह द्वारा महिला थाना प्रभारी के साथ शहर के राजकीय बालिका इंटर कालेज में जाकर छात्राओं से कहा गया कि उन्हें अभद्रता व छींटाकशी करने वाले लोगों से डरने की जरूरत नहीं है, और कहीं भी किसी भी प्रकार की समस्या होने पर महिलाओं की सुरक्षा आदि के लिए सरकार द्वारा विभिन्न हेल्पलाईन नंबर संचालित हैं, जिसमें 1090 वूमेन पॉवर लाईन, 181 महिला हेल्पलाइन, 1098 चाइल्ड लाईन, 112 पुलिस आपातकालीन सेवा, 1076 मुख्यमंत्री हेल्पलाईन, 102 स्वास्थ्य सेवा, 108 एम्बुलेन्स सेवा व 1800-180-5145 चिकित्सीय हैल्पलाईन है। इन नंबरों को डायल कर तत्काल अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं।


पुलिस हर समय उनके साथ है व हमेशा उनकी मदद के लिए तत्पर है। जिसके संबंध में हर थाने पर महिला हेल्प डेस्क भी पूर्व से स्थापित हैं, जहां महिला अधिकारी द्वारा आपकी समस्याओं को सुना जाएगा तथा साथ ही उनका त्वरित निस्तारण भी किया जाएगा। उन्होंने कहा की महिलाएं व बेटियां निडर व सजग होकर समाज में फैल रही बुराइयों का मुकाबला करें। इसके साथ ही मिशन शक्ति अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से अपर पुलिस अधीक्षक, एटा श्री ओमप्रकाश सिंह द्वारा पुलिस लाइन स्थित सभागार में जनपद के समस्त थानों के पैरोंकारों की गोष्ठी आयोजित की गई‌। गोष्ठी के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक एटा द्वारा उपस्थित सभी पैरोकारों को निर्देशित किया गया कि महिलाओं एवं बालिकाओं के उत्पीड़न से संबंधित जो भी अभियोग माननीय न्यायालय में विचाराधीन हैं, उनमें सघन व प्रभावी पैरवी की जाए, तथा अधिक से अधिक अभियोगों में अभियुक्तगणों को जल्द से जल्द माननीय न्यायालयों से सजा दिलाई जाए।


जिन अभियोगों में सजा होने की संभावना अधिक है उन्हें अलग से चिन्हित कर लिया जाए, तथा चयनित अभियोगों की विशेष पैरवी पुलिस अधिकारीगण को नामित कर अलग से भी कराई जाए। अभियोगों के शीघ्र निस्तारण तथा अभियुक्तों को जल्द से जल्द सजा दिलाए जाने से निश्चित ही पीड़िताओं का मनोबल बढ़ेगा साथ ही पुलिस के प्रति विश्वास भी। इस अवसर पर प्रभारी निरीक्षक मॉनिटरिंग सेल श्री राजेंद्र सिंह तथा वाचक अपर पुलिस अधीक्षक श्री राजेंद्र पाठक भी मौजूद रहे।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ