आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में भूँख हड़ताल पर बैठे एमबीबीएस इन्टर्न डॉक्टर्स के समर्थन में उतरे IMO

आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में भूँख हड़ताल पर बैठे एमबीबीएस इन्टर्न डॉक्टर्स के समर्थन में उतरे IMO


इटावा । सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में भूँख हड़ताल पर बैठे एमबीबीएस इन्टर्न डॉक्टर्स के समर्थन में उतरे IMO के राष्ट्रीय महासचिव डॉ दिलीप कौशिक ने उक्त माँग के समर्थन में कहा है कि, इंटर्न डॉक्टर्स की मांग बिल्कुल जायज है अतः सरकार जल्द से जल्द इनकी मांग पर सुनवाई करे। विदित हो कि,विगत कई दिनों से प्रदेश भर के संस्थानों में कोरोना वॉरियर्स के रूप में सेवा दे रहे इंटर्न डॉक्टर्स अपने निर्धारित मानदेय बढ़ोत्तरी को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हुये हैं । इन इंटर्न डॉक्टर्स का कहना है कि देश के अन्य राज्यों में इंटर्न डॉक्टर्स को मिल रहे मानदेय की तुलना में उत्तर प्रदेश में दिया जा रहा हमारा मानदेय बेहद ही कम है । कोरोना महामारी के दौरान हम इंटर्न डॉक्टर्स महज 250 रुपए प्रति दिन के हिसाब से मात्र 7500 रुपए में ही अपनी जान जोखिम में डाल कर निरंतर अपनी सेवाएं आम जन को दे रहे हैं । हमारा मानदेय एक दिहाड़ी मजदूर से भी कम है ।


इससे पूर्व भी ये इंटर्न डॉक्टर्स अपनी मांग रख चुके हैं लेकिन उनको किसी भी लिखित आश्वासन उत्तर प्रदेश सरकार से नहीं मिला है ।


आईएमओ ने उत्तर प्रदेश सरकार से अपेक्षा की है कि, जल्द से जल्द इन इंटर्न डॉक्टर्स की मांग को पूर्ण किया जाएगा । आईएमओ चिकित्सक हित में समर्पित है एवं मानदेय बढ़ोत्तरी का पूर्णतयः पक्षधर है ।अब इस विषय पर उत्तर प्रदेश सरकार की यह अनदेखी ,राष्ट्रीय समाजसेवी परिषद संगठन की चिकित्सीय शाखा ,मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन (आईएमओ) को प्रदेश व्यापी हड़ताल पर जाने के लिये बाध्य करेगी।


जिसका असर प्रदेश की चिकित्सीय व्यवस्था पर भी पड़ सकता है ।


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