पुलिस का दावा: युवक को आत्महत्या के लिए किया गया था मजबूर, एक आरोपी गिरफ्तार

पुलिस का दावा: युवक को आत्महत्या के लिए किया गया था मजबूर, एक आरोपी गिरफ्तार



अयोध्या। जनपद के बीकापुर कोतवाली क्षेत्र स्थित गांव रामगढ़वा मंगारी निवासी 19 वर्षीय विवेक यादव पुत्र संजय यादव हादसे का शिकार नहीं हुआ था बल्कि उसको आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया था। यह दावा किया है प्रकरण की विवेचना में जुटी बीकापुर कोतवाली पुलिस ने। कोतवाली पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है और उसका चालान किया है। मृतक युवक का शव लगभग डेढ़ माह पूर्व प्रयागराज रेल प्रखंड पर उसके गांव के पास ही रेलवे ट्रैक पर पाया गया था। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का मान कर पुलिस ने प्रकरण को दाखिल दफ्तर कर दिया था हालांकि बाद में युवक के पिता की ओर से मोबाइल पर धमकाने और हत्या किए जाने का मुकदमा पंजीकृत कराया गया था।

बीकापुर कोतवाली के चौरे बाजार पुलिस चौकी क्षेत्र के रामगढ़वा मंगारी निवासी 19 वर्षीय विवेक यादव पुत्र संजय यादव का शव 19 अक्टूबर की सुबह पड़ोसी गांव बासूपुर रामनगर के पास रेलवे ट्रैक पर मिला था। शुरुआत में कोतवाली पुलिस ने इसे खुदकुशी का मामला बताया, लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद मृतक युवक के पिता ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर पुत्र के शरीर पर कई जगह चोट के निशान का हवाला देकर हत्या का आरोप लगाया गया। कोतवाली पुलिस की ओर से रिपोर्ट न दर्ज किए जाने पर मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी, एसएसपी, मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारियों को जनसुनवाई शिकायत पोर्टल पर ऑनलाइन एवं रजिस्टर्ड डाक से शिकायती पत्र भेजा गया। शिकायत पत्र में आरोप लगाया गया कि इनायत नगर थाना क्षेत्र के पडरी निवासी विकास यादव ने 18 अक्टूबर की रात करीब 8 बजे अपनी मोबाइल नंबर से फोन कर विवेक यादव के मोबाइल नंबर पर अशब्दों का प्रयोग गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी थी। जिसके बाद उनका पुत्र उसी रात घर से निकल गया। दूसरे दिन 19 अक्टूबर को सुबह वासूपुर रामनगर स्थित रेलवे पटरी के किनारे विवेक का शव मिला।शिकायत के बाद कोतवाली पुलिस ने मामले मे विकास यादव निवासी पडरी थाना इनायतनगर के खिलाफ मोबाइल पर धमकाने और हत्या की धारा में मुकदमा पंजीकृत किया था। पुलिस दर्ज मुकदमे की विवेचना में जुटी थी।

शनिवार को क्षेत्र अधिकारी बीकापुर अजय कुमार ने बताया कि बीकापुर कोतवाली पुलिस की विवेचना में हत्या का आरोप साबित नहीं हुआ है। विवेचना के दौरान मामला मोबाइल पर धमकाने और आत्महत्या के लिए मजबूर करने काम मिला है। पुलिस ने हत्या की धारा को तरमीन करते हुए नामजद आरोपी को गिरफ्तार किया है और उसका चालान किया है।

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