अखिलेश यादव आजमगढ़ से अपने रिश्तों की डोर मजबूत की फिर सरकार को हर मुद्​दे पर घेरा

अखिलेश यादव आजमगढ़ से अपने रिश्तों की डोर मजबूत की फिर सरकार को हर मुद्​दे पर घेरा

अखिलेश यादव आजमगढ़ से अपने रिश्तों की डोर मजबूत की फिर सरकार को हर मुद्​दे पर घेरा



आजमगढ़: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सधे राजनीतिज्ञ की तरह पहले आजमगढ़ से अपने रिश्तों की डोर मजबूत की फिर सरकार को हर मुद्​दे पर घेरा व तंज कसकर जनता से तालियां भी खूब बटोरी। कहा कि सपा, बसपा व रालोद यानी तीन दलों के गठबंधन को भाजपा महामिलावट कह रही है। अब आप ही बताइए 38 दलों के गठबंधन को क्या कहेंगे। भाजपा ने सबको सिर्फ सपने दिखाए, काम एक भी पूरा नहीं किया। किसानों की आय दो गुनी करने की बात कही, वह भी पूरा नहीं किया। दो करोड़ लोगों को रोजगार देने की बात कही गई, वह भी अधूरा रहा।


कहा कि भाजपा की बात शौचालय से शुरू होती है और यहीं समाप्त होती है। वैसे भी शौचालय के मामले में कांग्रेस व भाजपा में कोई खास अंतर नहीं है। एक ने शौचालय के लिए एक गड्ढा खोदवाया तो दूसरे ने दो गड्ढा। बसपा, रालोद व सपा का महागठबंधन नया इतिहास रचेगा। पहले देश से चौकीदार हटेंगे फिर ठेकेदार भी। भाजपा नया भारत की बात कह रही है लेकिन नया भारत तभी बनेगा जब नया प्रधानमंत्री बनेगा। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरुवार को दोपहर में आजमगढ़ संसदीय सीट से नामांकन करने के बाद बैठौली में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।


सबसे पहले उन्होंने आजमगढ़ से रिश्तों को जोड़ते हुए कहा कि इटावा के बाद दूसरा घर हमारा आजमगढ़ ही है। जब मुझे राजनीति नहीं समझ में आती थी, उस वक्त से आजमगढ़ आ रहा हूं। महागठबंधन का रिश्ता जैसे दिल से है वैसे ही हमारा रिश्ता आजमगढ़ से है। यह चुनाव मामूली चुनाव नहीं है। परिवर्तन का चुनाव है। संविधान बचाने का चुनाव है। प्रधानमंत्री नया बनाने का चुनाव है। इसी बीच प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि अच्छे दिन, कहां है। हमें भी बताइए। हम गाड़ी में बैठकर ढूंढ लेंगे। जनता से सवाल करते हुए कहा कि अाप बताइए पहले चायवाला बनकर लोग आए तो चाय खराब निकली की नहीं।


चाय तभी अच्छी बनेगी, जब दूध अच्छा होगा। वह चाय वाले हैं तो हम भी दूध वाले हैं। यह सरकार भ्रष्टाचार के नाम पर लोगों का पैसा बैंक में जमा करायी। कहा कि काला धन लाएंगे। उस वक्त भी हम यही कहते थे कि कालाधन नहीं होता है, लेनदेन काला होता है। किसी ने नहीं मानी। 36 हजार से अधिक उद्योगपति देश छोड़कर भाग गए। भाजपा कहती थी कि चप्पल पहनने वाले हवाई सफर करेंगे पर अब हवाई जहाज कंपनियां ही एयरपोर्ट पर विमान छोड़कर जा रही हैं। जनता नाखुश है। चौकीदार की चौकी छिन जाएगी। जब यह पुलिस वालों से ठोकने के लिए कहते थे तो पुलिस समझ नहीं पाई और जनता को ही ठोक दिया।


समाजवादियों की बात करें तो आजमगढ़ के विकास के लिए कभी रोक नहीं लगायी। डिमांड जितना, उससे अधिक दिया। विकास के मामले में भी हम पीछे नहीं रहे। 21 माह में ऐसी सड़क बनाकर दिखायी जहां लड़ाकू विमान भी उतार दिया। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की बात करें तो यह बाबा मुख्यमंत्री नहीं बना पाएंगे। फिलहाल सरकार बनी तो अधूरे इस कार्य को हम मूर्तरूप देंगे। बलिया वालों को भी निराश होने की जरूरत नहीं है। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, रोजगार सेवक, आशा व शिक्षामित्रों के समायोजन की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह काम भाजपा नहीं कर पाएगी, यह हम करेंगे। दिल्ली में सरकार बनी तो पुरानी पेेंशन बहाली का भी समाधान निकालेंगे। इस दौरान एक दर्जन से अधिक लोग सपा का दामन भी थामे। इसमें बसपा के नेता भी शामिल रहे।


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