मायावती ने कहा समर्थन दिया तो योगी की सीट हथिया ली अब तो.....

मायावती ने कहा समर्थन दिया तो योगी की सीट हथिया ली अब तो.....

मायावती ने कहा समर्थन दिया तो योगी की सीट हथिया ली अब तो.....



लोकसभा चुनाव को देखते हुए गोरखपुर बसपा सुप्रीमो मायावती ने 33 मिनट के भाषण में भाजपा और कांग्रेस को निशाने पर लिया। कहा कि दोनों ने गरीबों, दलितों, पिछड़ों और शोषितों का विकास नहीं किया। सिर्फ वोट के लिए इस्तेमाल किया। प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर मायावती ने कहा कि वो कहते हैं कि मुझे गालियां दी जाती है। यह सरासर झूठ है। लेकिन एक बात यह भी सही है कि जब कोई गाली देने वाला काम करता है तो गालियां ही खाता है। नारों और जुमलों का असर अब चलने वाला नहीं है। गठबंधन के लोग एक दूसरे का वोट ट्रांसफर करा देंगे, नमो-नमो की छुट्टी हो जाएगी।चंपा देवी पार्क में सोमवार को गठबंधन की जनसभा में मायावती ने आरक्षण मुद्दा उठाकर भी भाजपा को घेरा। बोलीं, भाजपा की केंद्र सरकार ने प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण व्यवस्था लागू नहीं की। पदोन्नति में भी आरक्षण का शत प्रतिशत लाभ नहीं देकर अन्याय किया। इसे आपकोे समझने की जरूरत है। सवर्णों में भी गरीबों की स्थिति अच्छी नहीं है। अति गरीबों को लुभाने को छह हजार रुपये सालाना दे रहे हैं। गठबंधन की सरकार बनी तो प्राइवेट और सरकारी दोनों क्षेत्रों में नौकरियां देंगे। मोदी ने गरीब, पिछड़ों, दलितों और शोषितों के अच्छे दिन लाने के सपने दिखाए थे। पांच साल में एक चौथाई वादे भी पूरे नहीं किए। भाजपा और कांग्रेस की कार्यशैली एक ही है। जातिवाद, सांप्रदायिकता और पूंजीवादी सोच वाले इन दलों के राज में गरीबों, दलितों, अल्पसंख्यकों का खास विकास नहीं हो सका। मायावती ने गठबंधन के प्रत्याशी गोरखपुर सदर से रामभुआल निषाद, बांसगांव से सदल प्रसाद, कुशीनगर से नथुनी प्रसाद, महराजगंज से कुंवर अखिलेश का जिताने की अपील की। सभा की अध्यक्षता सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम एवं संचालन बसपा सेक्टर इंचार्ज सुधीर कुमार भारती ने किया।सभा में बसपा राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र, मायावती के भतीजे आनंद प्रकाश, विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय, पूर्व सांसद कुशल तिवारी, विधायक विनय शंकर तिवारी, सेक्टर इंचार्ज ब्रजेश गौतम, सदर विधानसभा प्रभारी जावेद सिमनानी, जिलाध्यक्ष घनश्याम राही, संजय पांडेय एडवोकेट, राजेश पांडेय, हरिप्रकाश निषाद, जोन इंचार्ज रामदेव पासवान, श्रीराम बाबू, पशुपति नाथ रविकुल, कैश अख्तर आदि मौजूद रहे।


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