कुशीनगर जिले के तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में नारायणी नदी ने अमवाखास बांध के 100 मीटर हिस्से को लक्ष्मीपुर गांव के सामने शुक्रवार को अपने आगोश में ले लिया। बांध का कटाव नहीं रुका तो यूपी और बिहार के एक दर्जन गांव पानी में डूब जाएंगे। बांध कटता देख सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके से फरार हो गए हैं।
धीमी गति से चल रहा बांध को बचाने का कार्य
संसाधन के अभाव में ठेकेदार धीमी गति से बचाव कार्य में लगे हैं। कटान स्थल पर जेसीबी मशीन से से बोल्डर डंप किया जा रहा है, इसके बावजूद कटान रुक नहीं रहा है। कयास लगाया जा रहा है किकुछ घंटों में नदी उक्त लंबाई में बांध को अपने आगोश में ले लेगी।
यह क्षेत्र होंगे प्रभावित
बांध कटने से कुशीनगर के ग्राम पंचायत रामपुर बरहन, चौबेया पठखौली, रामपुर पटटी, रामपुर जमुनिया, गौरीशुक्ल सहित बिहार के ठकरहां, मलाही सहित एक दर्जन से अधिक गांव प्रभावित होंगे। यहां का पानी सेवरही चीनी मिल तक जाएगा। लगभग 50 हजार की आबादी प्रभावित होगी। मुख्य बांध पर संकट की इस सूचना से अफरा-तफरी का माहौल है।
पुलिस विभाग के अधिकारियों ने डाला डेरा
मौके पर जिले के वरिष्ठ अधिकारी पहुंच गए हैं। एडीएम, सीडीओ, तहसीलदार तमकुही पहुंच कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
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