दिल्ली में प्रदूषण के ऊंचे स्तर को छूने के बाद दिल्लीवासियों ने राहत की सांस ली,तेज हवा चलने के साथ हवा में प्रदूषण स्तर कम होता नजर आया

दिल्ली में प्रदूषण के ऊंचे स्तर को छूने के बाद दिल्लीवासियों ने राहत की सांस ली,तेज हवा चलने के साथ हवा में प्रदूषण स्तर कम होता नजर आया


दिल्ली में प्रदूषण के ऊंचे स्तर को छूने के बाद दिल्लीवासियों ने शनिवार को राहत की सांस ली. तेज हवा चलने के साथ हवा में प्रदूषण स्तर कम होता नजर आया. अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में हवा में घुल रहे जहर में कमी आएगी.


आईएमडी के वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि जहां शुक्रवार को एक्यूआई 360 था वहीं शनिवार को ये घटकर 312 पर आ गया. वहीं श्रीवास्तव ने ये भी दावा किया है कि आने वाले कुछ समय में इसमें और भी सुधार आएगा. साथ ही आगामी दिनों में हल्कि बारिश की भी संभावना है. जिससे प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी.



का कहना है कि आने वाले बुधवार तक दिल्ली में तेज हवाओं का दौर जारी रहेगा. जिससे की प्रदूषण के स्तर में कमी आ सकती है. साथ ही अनुमान है कि मंगलवार और बुधवार को हल्कि बारिश भी हो सकती है. उन्होंने कहा कि पहले भी ऐसा देखा गया है कि बरसात के बाद प्रदूषण के स्तर में कमी आ जाती है.


केंद्रीय विज्ञान मंत्रालय के तहत आने वाले सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च संस्थान का कहना है कि ठंडी हवाओं के चलने से दिल्ली में चलने वाली गर्म हवा में कमी आएगी. जिसके कारण प्रदूषण के बढ़ते स्तर में भी कमी आएगी. SAFAR (सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च ) के मुताबिक शनिवार को PM2.5 आंका चाहिए. आपको बता दें कि पराली जलाने के हरियाणा में अब तक 12 मामले दर्ज हो चुके हैं.


आपको बता दें कि दिल्ली में इस वक्त हेल्थ इमरजेंसी लागू है. वहीं बढ़ते हुए प्रदूषण को देखते हुए हाल ही अरविंद केजरीवाल ने भी ऑड-ईवन फॉर्मूले को लागू किया था. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी को खत लिखकर भी प्रदूषण कम करने के बारे में सुझाव दिए गए थे. खत में लिखा गया था क्लाउड सिडिंग के जरिए प्रदूषण पर काबू पाया जा सकता है.


क्या होता है क्लाउड सिडिंग


क्लाउड सिडिंग का अर्थ कृत्रिम बादलों से है. हाल ही में आईआईटी कानपुर के छात्रों ने इसका अविष्कार किया है. हुड्डा ने खत में लिखा था कि कृत्रिम बादलों की सहयाता से बरसात करवाई जाए. जिससे बढ़ते हुए प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी.


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