इस जिले में बसपा को बड़ा 'झटका', सामूहिक इस्तीफे से मचा हड़कम्प

इस जिले में बसपा को बड़ा 'झटका', सामूहिक इस्तीफे से मचा हड़कम्प

 


एटा में बहुजन समाज पार्टी को जिले में बड़ा झटका लगा है। पार्टी के दो पूर्व जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी समेत 12 से अधिक वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। 
राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को भेजे इस्तीफे में पार्टी नेताओं ने रीति-नीतियों से मेल न खाना प्रमुख कारण बताया पर अंदर खाने चर्चा कि यह सभी कार्यकर्ता जल्द ही सपा का दामन थाम सकते हैं।हालांकि इनमें से कुछ नेताओं को सांसद एसपी सिंह बघेल से भी मुलाकात हुई थी। इधर बसपा जिलाध्यक्ष ने इन्हें संगठन विरोधी गतिविधियों में लिप्त बताया।
 बसपा की बैठक जिला उपाध्यक्ष रंजीत सिंह यादव के आवास पर हुई। अध्यक्षता पूर्व जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी तहसीलदार सिंह ने की। बैठक में करीब 12 से अधिक पूर्व और वर्तमान पदाधिकारी शामिल रहे। बैठक में पार्टी की गलत एवं दिशाहीन नीतियों के कारण सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का प्रस्ताव पास किया गया।


बैठक में इस्तीफा देने वालों में पूर्व जिलाध्यक्ष व जिला प्रभारी तहसीलदार सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष व जिला प्रभारी अनिल कुमार सागर, जिला उपाध्यक्ष रंजीत सिंह यादव, पूर्व मंडल जोन इंचार्ज शिवराज सिंह कश्यप, पूर्व जिला महासचिव विनय दिवाकर, पूर्व जिला उपाध्यक्ष इरसाद अहमद, पूर्व जिला कोषाध्यक्ष द्वय नवीन बघेल और कईमुद्दीन वारसी, पूर्व जिला प्रभारी भोजराज सिंह और मारहरा विस क्षेत्र अध्यक्ष देवेंद्र सिंह शामिल हैं।
पार्टी में निष्ठा और लगन के साथ सेवा की, अब पार्टी में धनाढ्यों को ही स्थान दिया जा रहा है, एक ही जाति विशेष के लोगों को जिलाध्यक्ष और महत्वपूर्ण पदों पर बैठाया जा रहा है, इससे अन्य समाज और वर्ग के लोग नाखुश हैं, जल्द ही किसी पार्टी को ज्वाइन किया जाएगा। - तहसीलदार सिंह बघेल, पूर्व जिलाध्यक्ष व जिला प्रभारी
 


जिन लोगों ने इस्तीफा दिया यह सभी सपा से जुड़े हुए हैं। बसपा में रहकर सपा के लिए काम कर रहे थे। इन लोगों के पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने की जानकारी मिली थी, इन्हें पार्टी से निकाला जाता, इससे पूर्व ही इस्तीफा दे दिया। - महेश चंद, जिलाध्यक्ष बसपा


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