लेखपालों ने बेमियादी किया धरना शुरू, धरना के 18वें दिन लेखपाल चालीसा पढ़कर आवाज कि बुलंद 

लेखपालों ने बेमियादी किया धरना शुरू, धरना के 18वें दिन लेखपाल चालीसा पढ़कर आवाज कि बुलंद 


जनपद महराजगंज में मांग नहीं माने जाने पर लेखपालों ने बेमियादी धरना शुरू कर दिया है। धरना के 18वें दिन शनिवार को गांधी पार्क में लेखपाल चालीसा पढ़कर आवाज बुलंद की। कड़ाके की ठंड के बीच लेखपाल अपनी मांगों को लेकर जमे रहे। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय सचिव संजय कुमार मिश्र ने भी धरने को समर्थन किया। 


जिलाध्यक्ष समेत 31 लेखपालों के निलंबन और कड़ाके की ठंड के बीच भी लेखपालों का उत्साह कम नहीं हुआ है। 27 दिसंबर को जब मंडल स्तरीय अधिकारियों से वार्ता में कोई निष्कर्ष नहीं निकलने पर सभी लेखपाल अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। आंदोलन का रूप बदलते हुए लेखपालों ने हनुमान चालीसा की तर्ज पर लेखपाल चालीसा तैयार किया है। शनिवार को गांधी पार्क में लेखपालों ने लेखपाल चालीसा पढ़कर धरना दिया। जिलाध्यक्ष गजेंद्र भारती ने कहा कि जिले के सभी लेखपाल अपनी जायज मांगों को लेकर 18दिन से कार्य बहिष्कार करके धरना दे रहे हैं। इससे किसानों, मजदूरों, छात्रों का आवश्यक कार्य बाधित हो गया है। लेकिन सरकार इसके बाद भी लेखपालों की मांग नहीं मान रही है। जिलामंत्री श्रीभगवान ने कहा कि 27 दिसंबर को वार्ता में बिना मांग पूरा किए ही लेखपालों को काम पर लौटने का दबाव बनाया गया। पूर्व अध्यक्ष लोकपति त्रिपाठी ने कहा कि इस कड़ाके की ठंड में इतनी भारी संख्या में लेखपालों का धरने में शामिल होना संगठन की एकता व मांगों को लेकर जागरूकता प्रदर्शित हो रहा है। अशोक मिश्रा ने कहा कि शासन को चाहिए कि वह अविलंब हस्तक्षेप करते हुए मांग को पूरा करे।


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