चीन से आई छात्रा को देखते ही अस्पताल से भाग खड़े हुए स्वास्थ्य कर्मी 

चीन से आई छात्रा को देखते ही अस्पताल से भाग खड़े हुए स्वास्थ्य कर्मी 


 जिला संयुक्त चिकित्सालय (डीसीएच) में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया जब नाथनगर से एक लड़की खांसी, जुखाम की शिकायत लेकर पहुंची। लड़की ने बताया कि वह चीन में एमबीबीएस की पढ़ाई करती है। पिछले महीने वह चीन से घर वापस आई है। तीन दिन से उसकी तबियत ठीक नहीं लग रही। इतना सुनना था कि वहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मी भाग लिए। बाद में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) के निर्देश पर डा. ओपी चतुर्वेदी ने छात्रा की जांच की। चिकित्सकों ने बताया कि छात्रा पूरी तरह से स्वस्थ है। उसे वायरल फिवर है।नाथनगर की प्रतिभा सिंह बीते तीन फरवरी को चीन से वापस आई है। पांच फरवरी को जिला अस्पताल की टीम ने उसका स्वास्थ्य परीक्षण भी किया था। डा. एके सिन्हा की निगरानी में उसे घर पर ही रखा गया था। 28 दिन तक उसमें कोरोना वाइरस का कोई लक्षण नहीं मिला था। गुरुवार को वह अस्पताल पहुंची और बताया कि उसकी तबीयत ठीक नहीं लग रही। पर्ची बनवाने के बाद वह जब चिकित्सक को दिखाने जा रही थी कि तभी स्वास्थ्य कर्मियों को पता चला कि वह चीन से लौटी है। इतना सुनना था कि वहां भगदड़ मच गई।मामले की जानकारी सीएमएस डा. वाइपी सिंह को दी गई। उन्होंने छात्रा को एक कमरे में बिठाया और डा. ओपी चतुर्वेदी से जांच करवाया। सब कुछ सामान्य मिलने के बाद छात्रा को दवा देकर घर भेज दिया गया।छात्रा चीन में एमबीबीएस की पढ़ाई करती है। बीते तीन फरवरी को वह चीन से अपने घर आई है। चिकित्सकों की एक टीम उसकी तब से निगरानी कर रही थी। 28 दिन बाद भी उसमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं मिला। सर्दी, जुखाम और खांसी की शिकायत होने पर वह अस्पताल आई थी। जानकारी के अभाव में स्वास्थ्य कर्मी डर गए। जांच में सब कुछ सामान्य मिला है। - डा. वाईपी सिंह, सीएमएस


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