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बेतिया:दाल की कालाबाज़ारी पर एसएफसी गोदाम पर हंगामा  खलासी की पिटाई को लेकर गोदाम पर हंगामा और प्रदर्शन


 


"खेत चरे गाधह मार खाए जुलाहा"


 


आए दिन घटती है घटनाएं नहीं होती करवाई ।


 


श्रमिकों में आक्रोश।


 


 


विजय कुमार शर्मा प,च,बिहार


 


बेतिया "खेत चारे गधहा मार खाय जोलहा" वाला कहानी बिहार खाद्य निगम बेतिया गोदाम पर काम करने वाले श्रमिकों पर खूब सटीक बैठता है। गुरुवार को अधिकारी व ठीकेदार के मिलीभगत के कारण सरकारी दाल की कालाबाज़ारी हो गयी। लेकिन जब मामला तूल पकड़ने लगा तो ठीकेदार ने ट्रक खलासी पर आरोप लगाते हुई मारपीट शुरू कर दिया। जिस पर पोलदारो ने खलासी के पक्ष में आकर बीच बचाव करते हुए हंगामा शुरु कर दिया। विदित हो कि दाल शॉर्टेज का बहाना लेकर ट्रक के खलासी को घर में बंद करके वाहन मालिक और उसके संबंधी ने पीटा जिसको लेकर ड्राइवर और बिहार खाद्य निगम के मजदूरों ने जमकर गोदाम पर प्रदर्शन और हंगामा किया। हंगामा कर रहे मजदूर मोहम्मद फरमान ,इज़हार ,महेश, निजामुद्दीन ,वसीम, रंजीत ,लड्डू बलजीत आदि ने बताया कि 23 मई को ट्रक नंबर यूपी 77 1807 ड्राइवर संजय कुमार, खलासी अली अहमद और आजाद फतुहा रैक पॉइंट से करोना महामारी को लेकर दाल का उठाव करके 26 मई को सुबह पहुंचा जिस वाहन का दाल का वेट कराया गया जिसमें 45 किलो दावल डाल कम हुआ उसके बाद में सीडब्ल्यूसी में गाड़ी लगा कर घर चला गया 27 मई के रात्रि खलासी को सीडब्ल्यूसी से संबंधित वाहन मालिक और उसके उसके साला और मुंशी अर्जुन घर पर उठाकर ले गया और घर में बंद करके जमकर पिटाई की जिसे पुलिस मौके पर पहुंचकर उसको बचाई ।आगे पीड़ित अली अहमद खलासी ने बताया कि 45 किलो शॉर्टेज दाल में 25 किलो दाल वाहन मालिक के साला मनोज ने ले लिया और 10 केजी दाल ट्रक चालक संजय को दे दिया और 5 केजी हम दोनों खलासी को दाल दे दिया और इसकी शिकायत मालिक से नहीं करने की हिदायत दी आगे बताया कि इस वाहन मालिक के साला की यह पहली घटना नहीं है यह निरंतर चावल अन्य चीजों की खपत करवाता है और बंदरबांट करता है और विरोध करने पर आए दिन मजदूरों के साथ मारपीट कर मामले को दबा दिया जाता है। इस संदर्भ में मनोज ने बताया कि मामला निराधार है। वहीं वाहन मालिक ने बताया कि ऐसी घटना निरंतर होती रहती है इसे हम पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। हंगामा कर रहे लेबरों को समझौता कराने एसएफसीके अपर जिला प्रबंधक पहुंचकर मामले को शांत कराया। वही बिहार खाद्य निगम के जिला प्रबंधक बालेश्वर प्रसाद ने बताया कि दाल शॉर्टेज का मामला अगर संबंधित सहायक प्रबंधक के द्वारा अगर सूचित किया जाता है तो मामले की जांच कर कार्यवाही की जाएगी।


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