हिंदु धर्म में एकादशी का बहुत महत्व होता है। इस दिन निर्जला व्रत रखने से भगवान विष्णु जी की कृपा बनी रहती है। इस साल यह एकादशी 2 जून दिन मंगलवार को है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से सालभर में आने वाली एकादशियों का शुभफल मिलता है। मगर कहीं आप इस व्रत को नहीं रख सकते है तो आप कुछ उपायों को करके भगवान लक्ष्मीनारायण को प्रसन्न कर सकते है। ऐसे में आप व्रत न रख कर भी इस दिन का पुण्य फल प्राप्त कर सकते है। तो चलिए जानते है उन 5 उपायों के बारे में...
न करें तामसिक भोजन
शास्त्रों के अनुसार एकादशी के दिन चावल, लहसुन, प्याज, मांस व शराब जैसे तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन इन चीजों का सेवन करने व्यक्ति रेंगने वाली योनि में पैदा होता हैं। साथ ही व्यक्ति के अंदर नाकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके अलावा सभी काम बिगड़ते हैं।
विष्णुसहस्त्रनाम का करें पाठ
एकादशी के दिन घर में विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करना शुभ फलदाई होता है। इससे घर-परिवार में साकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। पति-पत्नी में चल रहे लड़ाई-झगड़े दूर हो रिश्ते में मधुरता आती है। विष्णुसहस्त्रनाम में भगवान नारायण के एक हजार नाम दिए गए हैं। ऐसे में इसका पाठ करने से भगवान विष्णु जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
जरूरतमंदों को दें दान
इस दिन फल और घड़ा दान करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे मनोकामना पूरी होने के साथ ग्रहदोष दूर होते हैं। इसलिए एकादशी के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को जरूर दान करें।
भगवान विष्णु जी की करें पूजा
अगर आप निर्जला एकादशी का व्रत नहीं रख सकते हैं तो इस दिन भगवान विष्णु जी के सामने घी का दीपक जलाएं। उसके बाद विधिपूर्वक उनकी पूजा- अर्चना करें। ऐसा करने से घर में सुख-शांति, समृद्धि आने के साथ सांसारिक सुख मिलते हैं। लक्ष्मीपति नारायण का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। ऐसे में आर्थिक स्थिति मजबूत होती हैं।
ब्रह्मचार्य का करें पालन
मान्यता है कि इस दिन ब्रह्मचार्य व्रत का पालन करने चाहिए। ऐसा न करने से व्यक्ति को यमराज द्वारा दिया दंड सहना पड़ता है। घर में नैगिटिविटी आती है। साथ ही देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती है।
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