बीजापुर: जिलाधिकारी रितेश कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले में 01 अगस्त से 07 अगस्त 2020 तक विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया गया। विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान जिले के समस्त सेक्टर पर्यवेक्षक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिन के द्वारा कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए गांव की महिलाओं एवं परिवार के लोगों सहित गर्भवती माताओं, शिशुवती माताओं को स्तनपान के महत्व के बारे में जानकारी दी गयी
और यह बताया गया कि जन्म के तुरंत बाद बच्चे को मां का पहला पीला गाढ़ा दूध जिसमें कोलेस्ट्राम होता है उससे नवजात बच्चे को संक्रमण से लड़ने की शक्ति बढ़ती है इसलिए बच्चे को सबसे पहले मां का दूध पिलाना चाहिए। बच्चे को छः माह तक केवल मां का दूध ही दिया जाना दिया जाना चाहिए, मां का दूध ही बच्चे के लिए भरपूर आहार होता है। गर्भावस्था के दौरान मां को संतुलित भोजन एवं पर्याप्त आराम करना चाहिए।
मां के द्वारा स्वयं स्तनपान कराना मां और बच्चे के बीच स्नेह पूर्ण संबंध बनाता है शिशु को छूने से पहले अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोयें। शिशु को मां के साथ रखने से शिशु गर्म रहता है और मां के स्तन से दूध जल्दी निकलना शुरू होता है। छः माह के पश्चात ही बच्चे को अनुपूरक आहार (ऊपरी आहार) दी जाये। इस दौरान स्वच्छ भारत प्रेरक, पर्यवेक्षक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा हितग्राहयों के घर गृहभेंट किया गया, जिसमें गर्भवती/शिशुवती माताओं के साथ-साथ परिवार के उपस्थित सदस्यों को स्तनपान के महत्व की जानकारी दी गयी, इसके साथ ही पारिवारिक सहयोग के बारे में चर्चा की गयी। वहीं एनीमिक माताओं एवं बच्चों को पोषण संबंधी देखरेख एवं आईएफए (आयरन फोलिक एसिड) टेबलेट के उपयोग के बारे में परामर्श दी गयी। वहीं स्तनपान से संबंधित विडियो मोबाईल के माध्यम से हितग्राहियों को दिखाकर चर्चा की गई। इस दौरान वैश्विक महामारी कोविड-19 से बच्चों को एवं खुद को कैसे बचाव करें इसके बारे में भी जानकारी दी गयी और मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग, सोशल डिस्टेंस का पालन, स्वच्छता एवं साफ-सफाई आदि सजगता बरतने की समझाईश दी गयी।
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