सुविधा नुसार शिक्षकों के फ़ौज की तैनाती, पढ़ाई की जगह राजनीतिक का अखाड़ा बने स्कूल 

सुविधा नुसार शिक्षकों के फ़ौज की तैनाती, पढ़ाई की जगह राजनीतिक का अखाड़ा बने स्कूल 


रघुराज सिंह की रिपोर्ट-


बीजपुर /सोनभद्र : म्योरपुर शिक्षा क्षेत्र के जरहा न्याय पंचायत के आस पास ग्रामीण इलाके में संचालित पूर्व माध्यमिक और प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती से शिक्षा बिभाग में भ्र्ष्टाचार की गंध आने लगी है। अंदर खाने से मिली जानकारी पर गौरकरें तो अधिकारियों की मिली भगत और सेटिंग गेटिंग के सहारे बीजपुर पुनर्वास , रायकलोनी , शांतिनगर , डोडहर , नेमना , जरहा , चेतवा , इंजानी , सिरसोती , पिंडारी , नकटू , सहित तीन दर्जन से अधिक सर्वसुविधा सम्पन्न स्कूलों में अधिकारियों के कृपा पर तैनाती पाने वाले दर्जनों शिक्षकों के प्रति जनता में भारी आक्रोश पनपने लगा है। एक तरफ जो शिक्षक लम्बे समय से जंगलों , पहाड़ो, दुरूह इलाके में अपनी तैनाती को कालापानी मान कर सर्विस कर रहे है उनमें अब हीनभावना देखने को मिलरही है। बताया जाता है कि सर्वसुबिधा सम्पन्न स्कूलों में तैनाती लेकर परियोजना आवासीय परिसर में चकाचौंध वाली जिंदगी जी रहे है और परिसर में संचालित नामीगिरामी स्कूलों में अपने बच्चों को पढा रहे है तो अनेक लोग पत्रकारिता का लबादा ओढ़ कर अधिकारियों सहित आम जनमानस को धमका भी रहे हैं। बताया जाता है कि अधिकारियों की कृपा पर ऐसे शिक्षक डियूटी कम राजनीति में अधिक रुचि ले रहे हैं। सूत्रों पर भरोसा करें तो कई कई दिनों तक गायब रहने वाले शिक्षक पत्रव्यवहार रजिस्टर में बैंक , अथवा मीटिंग का पत्र लगा कर गायब रहते हैं। जानकारी के अनुसार बिभाग को सब कुछ पता होता है इसके लिए हर टीचर को अच्छाखासा जेब ढीली करनी पड़ती है। बहरहाल पूरे मामले की जानकारी लोगों ने शिक्षा मंत्री भेज कर ग़ैर बिभागीय जाँच की माँग की है।


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