बल्दीराय (सुल्तानपुर)। क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हलियापुर में शासनादेश के बाद भी चार साल से प्रसूताओं को भोजन व नाश्ता नही दिया जा रहा है। अस्पताल भवन की दीवार पर सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन व रात्रि का भोजन का समय लिखा है। बावजूद इसके इसका कोई भी पालन नही हो रहा है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि भोजन व नाश्ते के मद में मिलने वाली धनराशि आखिर कौन हड़प रहा है।
हलियापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत पुरुष नर्स गणेश व महिला नर्स प्रियंका सिंह ने बताया कि प्रतिवर्ष औसतन पांच सौ गर्भवती महिलाओं का प्रसव यहां करवाया जाता है। प्रसूता महिलाओं को बच्चा जन्मने के बाद अस्पताल पर देखभाल करने के लिए कम से कम 24 घण्टे तक रोके जाने का निर्देश है। इस अवधि में उनको दूध, नाश्ता व दो मीटिंग भोजन की व्यवस्था देने का शासन का स्पष्ट निर्देश है। वर्ष 2016 से यह शासनादेश अन्य अस्पतालों में लागू भी है। इसके बावजूद हलियापुर अस्पताल पर जानबूझकर शासन के निर्देशों की अनदेखी की जा रही है। सरकार द्वारा इसके लिए जारी बजट का पैसा चार साल से किसकी जेब मे जा रहा है इसका जबाब किसी के पास नही है। इस संबंध में हलियापुर अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर अजय सिंह से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नही हो सका।
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