बदहाली का शिकार बना सरकारी ट्रांज़िट होस्टल, मेंटिनेंस के नाम पर हो गया बंदरबांट   

बदहाली का शिकार बना सरकारी ट्रांज़िट होस्टल, मेंटिनेंस के नाम पर हो गया बंदरबांट   


इटावा । शहर के बीचों बीच वीआईपी इलाके सिविल लाइन रोड पर स्थित विकास भवन के पीछे व जनपद के जिलाधिकारी आवास के बिल्कुल ठीक बगल से ही बने हुये सरकारी ट्रांजिट हॉस्टल की हालत खराब हो रही है । पीडब्ल्यूडी विभाग में मेंटिनेंस के नाम पर सरकारी धन का गुपचुप बंदरबांट भी इसकी बदहाली का एक मुख्य कारण है। आवास की छतों से अब प्लास्टर टूटने के बाद लेन्टर में जंग लगे सरिया भी साफ दिखाई देने लगे है कई सालों से हॉस्टल की रंगाई पुताई भी नही हुई है, दरवाजों में वार्निश नही है, कमरों में बाहर प्लास्टर व अंदर बाथरूमो में टाइल्स टूट कर गिर रहे है वहीँ लीक पाइप लाइन से पानी भी टपक रहा है लैट्रिन भी भर जाती है आवास में किनारे व पीछे बड़ी बड़ी घास उग रही है। फर्श भी टूट रहे है जिनमे सर्प व बिच्छू या अन्य जहरीले जीवों के आसानी से छिपने का भी भय अधिकारियों को है। सीढ़ियों के नीचे पड़ा कूड़ा उठाने वाला कोई नही। क्यों कि, अभी इस बिल्डिंग में कोई भी सरकारी सफाई कर्मी ही तैनात नही है। यही नही किचिन में बड़े बड़े चूहे व बेहद कटखने बंदर मुफ्त में सरकारी कर्मचारियों के लिये बने इन आवास में दिन भर सरकारी कर्मचारियों की तरह ही परिवार सहित रह रहे है ।


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इनसे बच्चों के काटने का खतरा बना हुआ है व कई लोगो को काट भी चुका है। बड़ी बिल्डिंग में बड़े सरकारी अफसरों के बच्चों को कपड़े सुखाने के लिये डंडे लेकर बैठना पड़ता है। पानी की टंकियों के बंदर खोलकर पानी प्रदूषित कर देते है। घरों के नलो में अक्सर गंदा पानी भी आ जाता है। नीचे रह रहे सहायक निर्वाचन अधिकारी के आवास का दरवाजा ही टूटा हुआ है जिसे प्लाई से अस्थाई रूप से जोड़ दिया गया है। तहसीलदार सदर के दरवाजे की जाली टूट गई है। अधिकारियों के कपड़े व किचिन से सब्जियां व सामान बंदर उठा ले जाते है अधिकारियों ने बिल्डिंग में अपने बच्चों व सामान की बंदरो से सुरक्षा के लिये कमरों के बाहर जाली लगाये जाने की भी मांग की है। वहीँ एक ही कैम्पस में चतुर्थ व तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों की बिल्डिंग रंगी पुती व मेंटेन है लेकिन अधिकारियों की बिल्डिंग से सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।


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शहर की इस महत्वपूर्ण सरकारी बिल्डिंग में जनपद के महत्वपूर्ण अधिकारियों में DDO इटावा , DC NRLM, DC मनरेगा, ATO ट्रेजरी, ARTO ,PTO, तहसीलदार सदर , SM रोडवेज, CO चकबंदी, AE, JE नगर पालिका,कोर्ट साहब, इलेक्शन ऑफिसर, जज,आबकारी इंस्पेक्टर, DSO इंस्पेक्टर सहित एक अन्य सरकारी डॉक्टर भी अपने परिवारजन सहित रहते है। वहीं बाहर सर्दी के मौसम में दिन भर रात भर ड्यूटी पर तैनात चौकीदार के लिए न ही कोई गार्ड रूम बना है और न ही कोई स्थाई शौंचालय ।


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