हरे भरे आम के पेड़ों पर चल रहा आरा, इनकी रक्षा करने वाले वन कर्मी व पुलिस रक्षक के बजाए भक्षक की निभा रहे भुमिका 

हरे भरे आम के पेड़ों पर चल रहा आरा, इनकी रक्षा करने वाले वन कर्मी व पुलिस रक्षक के बजाए भक्षक की निभा रहे भुमिका 


बड्डूपुर, बाराबंकी। एक तरफ प्रदेश सरकार करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा कर पर्यावरण को बढ़ावा व धरा को हरियाली से सुशोभित करने के लिए मुहिम चला रही है जिसके चलते क्षेत्र में अधिक से अधिक पौधे लगाये जा रहे हैं। जिससे पर्यावरण को बढ़ावा मिले , वहीं क्षेत्र में चौतरफा हरे-भरे वृक्षों पर वन माफिया आरा चला रहे हैं। इनकी रक्षा करने वाले वन कर्मी व पुलिस रक्षक के बजाए भक्षक की भूमिका निभा रहे हैं।


ताजा मामला गुरुवार को सामने आया जब वन माफियाओ ने बड्डूपुर स्थित मातिबरनगर सरैया में एक दो नही बल्कि 6 आम के पेड़ काट डाले गए। इतना ही नहीं वन माफिया रातों रात लकड़ी भी उठा ले गए। वन विभाग व पुलिस विभाग से जब इस संबंध में जानकारी ली गई तो उन्होंने डंके की चोट पर बताया कि काटे गए पेड़ों का परमिट था। जबकि स्थानीय लोगों की माने तो काटे गए हरे भरे पेड़ ज्यादा पुराने नहीं थे। ऐसे में इन हरे भरे पेड़ों का परमिट कैसे जारी कर दिया गया। नियमों को ताक पर रख कर जब जिम्मेदार विभाग ही रक्षक की जगह भक्षक की भूमिका निभाये तो सवाल उठना लाजिमी है। वन रेंजर फतेहपुर रमेश भट्ट ने बताया कि काटे गए छह पेड़ों का परमिट था परमिट उद्यान विभाग की जांच के बाद ही जारी किया गया है वही इस संबंध में भगौली चौकी इंचार्ज अमर बहादुर सिंह ने भी बताया कि काटे गए पेड़ों का परमिट था।


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