सात माह बाद भी नहीं सुलझ सकी नवविवाहिता की मौत की गुत्थी, पिता को.......?

सात माह बाद भी नहीं सुलझ सकी नवविवाहिता की मौत की गुत्थी, पिता को.......?


आसनसोल की रहने वाली सुषमा सिंह का विवाह दिसंबर 2019 में भूदा निवासी अभिजीत कुमार के साथ हुआ था। शादी के महज 3 माह के बाद मार्च 2020 में सुषमा की रहस्यमय परिस्थिति में मौत हो गई। पिता अजय कुमार सिंह ने हत्या की आशंका जताते हुए धनसर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। लेकिन सात माह का वक्त बीत बीतने के बावजूद भी सुषमा के पति और ससुराल वालों पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब सुषमा के पिता अजय सिंह और मां द्रौपदी देवी ने पुलिस के खिलाफ खुलकर बोलना शुरू कर दिया है।शुक्रवार को गांधी सेवा सदन में पिता अजय सिंह, मां द्रौपदी देवी और युवा शक्ति अधिकार मंच के अध्यक्ष महेश्वर दास ने संयुक्त रुप से पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाया।


अजय सिंह ने बताया कि शादी के एक माह के बाद से ही अभिजीत और उसके परिवार वाले दहेज स्वरूप कार और नगद राशि की मांग करने लगे थे। इसे लेकर उनकी पुत्री सुषमा को प्रताड़ित किया जाने लगा। नौ मार्च को उनकी पुत्री सुषमा के आत्महत्या की सूचना मिली। सूचना पर जब वे लोग आसनसोल से भूदा पहुंचे तो वहां की स्थिति देखकर हत्या की आशंका हुई। मामले को लेकर हत्या की प्राथमिकी थाने में दर्ज कराई गई। सुषमा का पति अभिजीत रेलवे कर्मचारी है और कतरास में उसकी पोस्टिंग है। घटना के इतने दिनों के बाद भी पुलिस ने अभिजीत और उसके परिवार वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की पिता ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। इधर युवा शक्ति अधिकार मंच परमेश्वर दास ने कहां की घटना पर पुलिस पर्दा डालने का काम कर रही है ऐसे में यदि अब भी पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो मंच के बैनर तले आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर एसएसटी और उपायुक्त को पहले आवेदन दिया जाना है।


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