पांच वर्षो से अपहरण की साजिश रचने वाला नटवर लाल स्वंय फसा पुलिस के जाल में, लोगों से ठगी कर हो गया था शातिर ढंग से नटवर लाल लापता

पांच वर्षो से अपहरण की साजिश रचने वाला नटवर लाल स्वंय फसा पुलिस के जाल में, लोगों से ठगी कर हो गया था शातिर ढंग से नटवर लाल लापता



कासगंज। जनपद की पुलिस को नई साल के तीसरे दिन पुलिस को एक बडी सफलता मिली।पांच वर्ष से अपहरण की झूठी साजिा रचने वाले शातिर नटवर लाल को गिरफ्तार कर लिया। युवक योजनाबंद्व तरीके से लोगों से ठगी कर परिजनो की सहमति से लापता हो गया था। उसके पिता ने चार लोगों के खिलाफ अगवा कर हत्या करने का मामला दर्ज कराया था।

कासगंज कोतवाली सदर में आयोजित हुई प्रेसवार्ता के दौरान एएसपी डा. आदित्य प्रकाा वर्मा ने बताया कि 25 जनवरी 2015 को शांतापुरी निवासी राजबहादुर ने मुनखिर दयाल, शैलेंद्र , तिलक सिंह , संतोष ने उनके पुत्र सुनील को अगवा कर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने अपना जाल बिछा दिया था, जबकि सुनील एक योजनाबंद्व तरीके से परिजनो ने गायब इसलिए किया गया था कि सुनील पर किसी के पैसे नौकरी लगवाने के ले लिए थे और किसी से जमीन का बैनामा करने के लिए ले लिये। इन लाखो रूपयो को पचाने के लिए परिजनो ने योजनाबंद्व तरीके से अपहरण की साजिा रची गई थी, जबकि सुनील मौज मस्ती से अपना जीवन यापन कर रहा था। सुनील के खिलाफ कासगंज कोतवाली में चार धोखाधड़ी के मुकदमें भी दर्ज थे, एस ओजी, कासगंज पुलिस ने सर्विलांस की मदद से ाातिर अन्तयरू बढारी खुर्द से गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल अपने ही परिवार के बिछाये जाल में फसे सुनील को प्रेसवार्ता के बाद जेल भेज दिया है, वहीं एसपी के निर्देा पर खुलासा करने वाली टीम को दस हजार रूपये से पुरूस्कृत भी गणतंत्र दिवस के अवसर पर करने का निर्णय लिया है।


अपहृत बेटे के थी पिता को जानकारी


 पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी सुनील ने पुलिस को बताया कि उसने अपने पिता एवं स्वयं योजनाबद्ध तरीके से अपहरण का झूठा मामला दर्ज कराया था। लोगों की देनदारी तथा अपने ऊपर दर्ज मुकदमों में गिरफ्तारी से बचने के लिये वह सोनीपत भाग गया था। उसे तलाश करने पुलिस गई तो वह दिल्ली चला गया और आनंद बिहार में मजदूरी करने लगा। वह लगातार अपने परिवार के संपर्क में था।


ठगी के चार मामलों में नामजद था सुनील


पांच वर्ष से तथाकथित अपहृत सुनील पर ठगी के चार मामले दर्ज थे। वह लोगों से ठगी करने के बाद ही फरार हो गया था, जबकि पुलिस उसकी तलाश में थी। उसने कई लोगों से हजारों रुपये ठग लिए थे। 

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