Birthday:तबला वादक से म्यूजिक डायरेक्टर बने बप्पी लहिरी को ऐसे ही नहीं कहा जाता डिस्को किंग

Birthday:तबला वादक से म्यूजिक डायरेक्टर बने बप्पी लहिरी को ऐसे ही नहीं कहा जाता डिस्को किंग


80 का दशक था और देश और दुनिया में बदलाव की लहर थी. समाज और संगीत पर भी इस लहर का असर था. इसी दौर में बॉलीवुड में बप्पी लहिरी की एंट्री होती है. बप्पी लहिरी ने इंडियन और वेस्टर्न संगीत का ऐसा कॉकटेल परोसा जिसने रातों रात धूम मचा दी. वे भारत के पहले ऐसे संगीतकार हैं जिनका संगीत भारत ही नहीं बल्कि रूस और जापान में भी पसंद किया गया. बप्पी बॉलीवुड के डिस्को किंग कहे जाते हैं.


संगीतकार बप्पी लहिरी का आज जन्मदिन है. उनका जन्म 27 नवंबर 1952 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था. बप्पी के घर में संगीत का माहौल था और उनके माता पिता भी संगीतकार थे. फिल्मों में संगीत देने से पहले बप्पी तबला बजाते थे. बप्पी लहिरी को बंबई से आया मेरा दोस्त गाने से पहचान मिली. यह गाना पहले फिल्म में नहीं था लेकिन जब फिल्म आई और इस गाने को लोगों ने सुना तो यह गाना जबरदस्त हिट हुआ. इसके बाद पहली बार फिल्म इंडस्ट्री का ध्यान बप्पी लहिरी की तरफ गया.


इसके बाद साल 1979 में फिल्म सुरक्षा में उन्होने संगीत दिया और इस फिल्म का संगीत भी बहुत लोकप्रिय हुआ. इसके बाद 1981 में फिल्म डिस्को डांसर आई. इस फिल्म ने तो सफलता के सारे रिकार्ड तोड़ दिए. इस फिल्म के सभी गानों ने देश में धूम मचा दी. इस दशक के युवाओं पर इस फिल्म के संगीत का बहुत जबरदस्त असर देखा गया.


इस फिल्म ने बप्पी को एक बड़ा संगीतकार बना दिया. खास बात ये थी कि बप्पी के संगीत के साथ लोग उनकी गायकी को भी पसंद कर रहे थे. उनके गाए गीत भी हिट हो रहे थे. बप्पी लहिरी बॉलीवुड में एक सनसनी के तौर पर देखे जाने लगे थे. बप्पी लहिरी उस दौर में फिल्मों में संगीत देने आए जब मशहूर ओर प्रतिभाशाली संगीतकारों का सिक्का बॉलीवुड में चल रहा था. इस दौर में लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, एसडी बर्मन, आरडी बर्मन और कल्याणजी और आनंदजी संगीत जगत के बड़े नाम थे. दिग्गज संगीतकारों के बीच बप्पी संगीत की एक खास शैली लेकर आए जिसे सिने प्रमियों ने बहुत सराहा.


माइकल जैक्सन ने उनकी प्रतिभा से प्रभावित होकर उन्हें अपने एक कार्यक्रम में बुलाया था. जिसे एक सम्मान के तौर पर देखा जाता है. बप्पी लहिरी के संगीत की खास बात उनकी बीट है, इलेक्ट्रॉनिक इंस्ट्रूमेंट के जरिए भारतीय संगीत के साथ उनके प्रयोग बेहद लोकप्रिय रहे हैं. वे आज भी फिल्मों में संगीत और अपनी गायकी के जरिए सक्रिय हैं.


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