शेखर श्रीवास्तव की रिपोर्ट
।जलालपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी करीब दो दर्जन आक्रोशित महिलाएं एंव पुरूषों ने शनिवार की सुबह करीब 9 बजे थाने के सामने रामलीला मैदान में एक कथित बाबा तथा उनके चेले के ऊपर छेड़खानी व लूटपाट का आरोप लगातेे हुए गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई घंटो धरना प्रदर्शन करते रहे। पुलिस ने मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया उसके बाद सभी लोग अपने- अपने घर वापस चले गए।
धरना पर बैठी महिलाओं ने बताया कि गांव में दो पक्षों के बीच बीते 13 अगस्त को बरसात का पानी निकलने के लिए छत से लगे पाइप को लेकर विवाद हुआ था पुलिस ने दोनों पक्षों का शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया था। दोनों पक्ष जमानत पर छूटकर वापस घर आयें । गांव में एक कथित बाबा अपने लाव- लश्कर के साथ तीन चार पहिया वाहन से करीब आठ चेलो के साथ गांव में धमक पड़ा। मामला सुलझाने की जगह कथित बाबा तथा उनके चेले एक पक्ष की तरफ खुलकर पैरवी में आ गये जिससे मामला और अधिक उलझ गया। शुक्रवार को दोपहर के बाद बाबा अपने पक्ष के पैरवी में पराऊगंज पुलिस चौकी पर पहुंचे चौकी पर एसओ जलालपुर ओम नारायण सिंह भी आए हुए थे और बाबा के दबाव में दूसरे पक्ष के जमानत पर छूटे दोनों व्यक्ति को चौकी पर बुला लिया गया। कई घंटों बाद देर शाम को पुलिस ने दोनो लोगों को वापस घर भेज दिया। दोनों व्यक्तियों की छूटने की बात जैसे ही बाबा को पता चला तो वह अपने पक्ष के लोगो को लेकर पुलिस चौकी पर आए और दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर घंटों हंगामा किया। परंतु चौकी की पुलिस ने बाबा की एक न सुनी। उसके बाद नाराज बाबा गांव में जाकर जमकर तांडव करने लगे। चर्चा है कि शाम को जलालपुर एसओ ओम नारायण सिंह विपक्षी के घर गए हुए थे और बाबा को अंगवस्त्रम भेट कर पैर छूकर सम्मानित किए थे। जिससे बाबा का मनबढ़ गया था। यही कारण था कि बाबा का तांडव देख गांव के लोग डर गए थे महिलाएं अधिक डरी हुई थी। गांव की महिलाओं तथा पुरूषों ने पुलिस अधीक्षक जौनपुर समेत अन्य अधिकारियों सहित 112 नंबर पर कॉल किया। कुछ देर बाद 112 नंबर पुलिस की गाड़ी गांव में पहुंची और बाबा को समझा-बुझाकर वापस चली आई। आरोप है कि कुछ देर बाद कथित बाबा एक पक्ष को लेकर और अपने शिष्यों के साथ गांव के लोगों के घर में घुसकर महिलाओं से हाथापाई तथा छेड़खानी किये और लूटपाट किये। मामला तूल पकड़ता देख और अपने को घिरता देख बाबा अपने शिष्यों के साथ भाग गया।
लोगों ने बताया कि बाबा अपने आपको उज्जैन का बाबा तथा यूपी के सीएम को अपना करीबी बताकर पुलिस पर धौस जमा रहा था। आरोपों के संबंध में एसओ जलालपुर ओम नारायण सिंह ने बताया कि दो पक्षों में बरसात के पानी को निकालने को लेकर विवाद हुआ था एक पक्ष का मुकदमा लिखा गया है। बाबा के ऊपर लगे आरोपों की जांच चौकी इंचार्ज द्वारा की जा रही है।
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