डैसबोर्ड पर आंनलाईन फीडिंग में शीतलपुर ब्लाक ने पाया प्रथम स्थान
कन्वर्जेंस विभागों द्वारा सौंपे दायित्वों का पूर्ण निष्ठा के साथ निर्वहन किया जाए
एटा। जिलाधिकारी सुखलाल भारती ने कहा कि जनपद में पोषण माह की गतिविधियां जोर शोर से चल रही है। जनपद में 07 सितम्बर से शुरू हुए पोषण माह को सफल बनाने के उद्देश्य से कृषि, पंचायतीराज, खाद एवं रसद विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य, बाल विकास विभाग आदि द्वारा अपने-अपने विभाग से संबंधित कार्याें को पूर्ण निष्ठा के साथ सम्पादित किया जाए, जिससे कि जनपद में 30 सितम्बर तक चलने वाले इस माह को सफल बनाया जा सके।
पोषण माह के अन्तर्गत आयोजित होने वाली गतिविधियों के दौरान कोविड-19 की गाइडलाईन का पालन किया जाए। लोगों को नियमित रूप से मास्क पहनने एवं सामाजिक दूरी का पालन करने की भी सलाह दी जाए। बाल विकास परियोजना अधिकारी शीतलपुर, नगर क्षेत्र सत्य प्रकाश पाण्डेय ने बताया कि ब्लाक की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इसमें लगी हुई है, जिन्हें संबंधित विभागों के कर्मचारियों का भी पूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है।
ब्लाक क्षेत्र एवं नगर क्षेत्र में पोषण वाटिका विकसित करने एवं पोषण वाटिकाओं के सुदृढ़ीकरण की गतिविधियां आयोजित की गई। सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर, जहाँ भूमि उपलब्ध है, वहाँ मौसमी साग, सब्जी एवं पौधे लगाकर उनकी देखभाल भी नियमित रूप से की जा रही है। पोषण माह के दौरान उन सभी वाटिकाओं के पुनरू सुदृढ़ बनाया जा रहा है साथ ही साथ विकासखण्ड क्षेत्र में नवीन पोषण वाटिकाएँ “पोषण माह “के दौरान बनायी गई है। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा भी बोरी बगीचा और पोषण वाटिका के नाम से पोषण वाटिका बनायी जा रही है। एसपी पाण्डेय ने बताया कि पोषण वाटिका बनाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों में हरी साग-सब्जियां खाने की आदत विकसित करना है।
इसके अलावा हरी सब्जियों के लिए बाजार पर निर्भरता कम करना है। प्राथमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र एवं घरों के आंगन में सब्जी इत्यादि उगने से बच्चों एवं अभिभावकों को प्रकृति की निकटता का भी एहसास होगा। पोषण वाटिका की देखभाल से उनमें जिम्मेदारी और किसी वस्तु को मिल बांटकर खाने की प्रवृत्ति भी विकसित होगी । प्रतिदिन की भाँति आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा घर-घर जाकर सैम बच्चों के चिन्हांकन का कार्य भी किया गया है, जिसके तहत 07 सितम्बर से शुरू हुए पोषण माह के अन्तर्गत 15 सितम्बर तक की रिपोर्ट के अनुसार विकासखण्ड शीतलपुर में 65 सैम बच्चे चिन्हित हुए है।
इसके अलावा 120 पोषण गोष्ठी आयोजित होने के साथ-साथ आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा 1620 घरों में जाकर गृह भ्रमण किया गया तथा 17 कुपोषित परिवारों को गाय देने की व्यवस्था की जा रही है। डैसबोर्ड पर आॅनलाईन फीडिंग में जनपद के आठ विकासखण्डों में शीतलपुर प्रथम स्थान पर है।
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