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एडवोकेट्स वेलफेयर कौंसिल ने की सुरक्षा की मांग, वकीलों ने अधिवक्ता सौरभ भदौरिया की जान को बताया खतरा


तमाम शिकायतों के बाद जिला प्रशासन ने नहीं ली सुध


 


जिलाधिकारी कानपुर नगर को सौंपा ज्ञापन


 


कानपुर :गैंगस्टर विकास दुबे और उसके खजांची जयकांत बाजपेयी के “अपराधिक साम्राज्य” की परतें उधेड़ने वाले आरटीआइ एक्टिविस्ट और अधिवक्ता सौरभ भदौरिया की जान को खतरा बताते हुए एडवोकेट्स वेलफेयर कौंसिल (उत्तर प्रदेश) ने जिलाधिकारी कानपुर नगर को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में मांग की गई है कि सौरभ भदौरिया की जान को खतरा है। उन्होंने गैंगस्टर और उसके गुर्गों के खिलाफ सभी जांच एजेंसियों को शपथ पत्र के साथ सुबूत सौंपे हैं। प्रशासन को तुरंत उनके सुरक्षा का बंदोबस्त करना चाहिए।


उल्लेखनीय है कि विकास दुबे और उसके खजांची जयकांत बाजपेयी के खिलाफ अधिवक्ता सौरभ भदौरिया ने तमाम सुबूत और साक्ष्य ईडी, इनकम टैक्स, एसआइटी समेत तमाम जांच एजेंसियों को सौंपे। उनकी तरफ से की गई तमाम शिकायतें सही मिली और प्रशासन ने जयकांत बाजपेयी व उसके गुर्गों के खिलाफ कार्रवाई भी की। शिकायतों के साथ सौरभ भदौरिया अपने सुरक्षा के लिए भी गुहार लगाते रहे लेकिन अभी तक प्रशासन ने उनको सुरक्षा नहीं मुहैया कराई।


 


 वेलफेयर के प्रदेश महामंत्री प्राणनाथ मिश्रा, प्रदेश प्रभारी नरेश मिश्रा और बार एसोशिएशन के पूर्व पदाधिकारियों नरेश त्रिपाठी और कई अधिवक्ताओं ने डीएम से मुलाकात कर सौरभ भदौरिया की सुरक्षा के लिए मांग की। सौरभ भदौरिया का कहना है कि हाल में ही उन्होंने केंद्रीय खुफिया एजेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो के दफ्तर में भी पहुंचकर तमाम साक्ष्य अफसरों को सौंपे। एक टीम ने कानपुर में पहुंचकर छानबीन भी शुरु कर दी। सौरभ का कहना है कि जिन अपराधियों के खिलाफ वह जंग लड़ रहे हैं वे काफी रसूखदार हैं। उनके साथ कभी भी अनहोनी हो सकती है। सौरभ ने अपनी हत्या किए जाने की आशंका भी जाहिर की है।


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