गोंडा।जनपद में 07 सितम्बर से राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर पोषण अभियान के अन्तर्गत प्राप्त निर्देशों के अनुसार विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इसी क्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र गोपाल ग्राम में आयोजित कार्यक्रम में मुुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी द्वारा आंगनवाड़ियों एंव कृषक महिलाओं को पोषण का महत्व, पोषण वाटिका लगाने के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गई।
जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार द्वारा अवगत कराया गया कि इस बार सैम बच्चों के चिन्हांकन एवं अनुश्रवण तथा किचन गार्डेन की थीम पर मुख्यतया डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग करते हुए ई-पोषण पंचायत, वेबिनार्स(डिजिटल कान्फ्रेन्स) पोषण विषय पर ऑनलाइन चर्चा, प्रतियोगिता एवं जन भागीदारी पर शासन द्वारा बल दिया गया है। उन्होंने बताया कि पोषण हेतु कार्यक्रम की कार्ययोजना के सापेक्ष प्रत्येक सम्बन्धित विभाग जिम्मेदारी के साथ कार्यक्रम आयोजित कराए जा रहे हैं एवं प्रत्येक गतिविधि का भारत सरकार के जन आन्दोलन डैशबोर्ड पर अपलोड भी किया जा रहा है।
सीडीओ ने किचन गार्डेन हेतु परिषदीय विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, ग्राम पंचायतों की उपलब्ध भूमि पर विकसित किये जाने हेतु सम्बन्धित विभाग द्वारा मांगे जाने पर जिला उद्यान अधिकारी को पोषण वृक्ष-सहजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गए हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा किचन गार्डेन की गाइड लाइन के अनुसार परिषदीय विद्यालयों के प्रांगण में किचन गार्डेन की स्थापना एवं रख-रखाव करने के साथ-साथ बच्चों में पोषण पर चर्चा, प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जा रही हैं। इसी प्रकार जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा माध्यमिक विद्यालयों में पोषण पर चर्चा, प्रतियोगिता कराते हुए-डैशबोर्ड पर एन्ट्री कराने का कार्य किया जा रहा है। पोषण वाटिकाओं में जनभागीदारी के साथ क्रियान्वयन हेतु स्वयं सहायता समूह का सहयोग लेने हेतु उपायुक्त स्वतः रोजगार द्वारा भी सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि अब तक 61486 गतिविधियां अपलोड की जा चुकी हैं जिसमें 10 लाख 49 हजार 367 प्रतिभागी शामिल हुए हैं। अभियान के दौरान 0-5 वर्ष के 03 लाख 55 हजार 110 बच्चों में से 3716 बच्चों का चिन्हांकन सैम व मैम कटेगरी में हुुआ है। 07 सितम्बर से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा 0-5 वर्ष के बच्चों का चिन्हांकन आशा के सहयोग से किया जा रहा है। पोषण माह में पोषण विषय पर ऑनलाइन प्रतियोगिता एवं डिजिटल पोषण पंचायत वेबिनार्स (डिजिटल कान्फ्रेंन्स) को केन्द्र में रखते हुए बच्चे के जन्म के प्रथम 1000 दिवस का महत्व, पोषणयुक्त भोजन, एनेमिया, डायरिया और स्वच्छता के विषय पर बल देते हुए चर्चा व प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि शासन के निर्देशानुसार पोषण माह 07 सितम्बर से आगामी 30 सितम्बर, 2020 तक मनाया जायेगा.
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