सत्य - अहिंसा का नारा था बापू का हथियार 

सत्य - अहिंसा का नारा था बापू का हथियार 


रघुराज सिंह की रिपोर्ट 


बीजपुर ( सोनभद्र )डी ए वी पब्लिक स्कूल रिहंद द्वारा सामाजिक दूरी का अनुपालन करते हुए भारत माता के महान सपूत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भूतपूर्व लोकप्रिय प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई। इस अवसर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित नीरज कुमार, वरिष्ठ प्रबंधक मानव संसाधन एवं प्राचार्य राजकुमार ने गांधीजी और शास्त्रीजी


के चित्र पर संयुक्त रूप से


माल्यार्पण कर उन्हें नमन


किया। डी ए वी गुरुकुल ने दोनों महान विभूतियों


को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके जीवन आदर्शों का स्मरण किया।


  अपने संबोधन में मुख्य अतिथि नीरज कुमार ने कहा गांधीजी और शास्त्री


जी का सम्पूर्ण जीवन देशप्रेम और मानवता की सेवा का महान संदेश देता है। प्राचार्य राजकुमार ने 


गांधीजी और शास्त्रीजी के


व्यक्तित्व और कृतित्व की


प्रेरणा से शिक्षा के महान


लक्ष्यों को प्राप्त करने तथा नए भारत के निर्माण


के लिए शिक्षकों और विद्यार्थियों को आगे


आने की बात पर बल दिया। 


मीडिया प्रभारी डॉ. दिनेश दिनकर ने बताया कि इस अवसर पर


 गूगल मीट के माध्यम से आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने ' सत्य - अहिंसा का नारा था बापू का हथियार.. , रामराज्य


लाएंगे हैं .., ऐ मेरी जमीं


महबूब मेरे.., जय जवान और जय किसान .., वैष्णव जन ते सांचे कहिए..' आदि एकल गीत, समूह गान और भजन से दोनों विभूतियों


को नमन किया। 


गांधीजी और शास्त्रीजी के


जीवन - आदर्शों पर केन्द्रित विद्यार्थियों के


ओजस्वी भाषणों में देर


तक देशप्रेम की भावधारा


बहती रही।


समापन समवेत शांतिपाठ


से किया गया।


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