असोहा, उन्नाव: हाड़ कंपा देने वाली ठंड के चलते जहां आम आदमी का जनजीवन अस्त व्यस्त चल रहा है वहीं पर प्रशासनिक लापरवाही के चलते क्षेत्र में अभी तक अलाव नहीं जलावाए जा रहे हैं। नतीजे में लोग कड़ाके की ठंड में ठिठुरने को विवश है।
ज्ञात हो कि ठंड से बचाव के लिए चैराहों पर प्रतिवर्ष अलाव जलाने का काम तहसील प्रशासन करता रहा है। परंतु इधर कई दिनों से पड़ रही भीषण ठंड के बावजूद भी तहसील प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं गया है। जिससे आम आदमी का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है तथा राहगीर गरीब वह भिखारियों का बुरा हाल है। कड़ाके की ठंड के बीच असोहा क्षेत्र के भ्रमण पर निकले संवाददाता ने किसी भी चैराहे पर अलाव जलते नहीं देखा चैराहों पर लोग ठंड से बचाव के लिए कागज और कपड़े तापते हुए देखे गए। चैराहा बस अड्डे पर आग की व्यवस्था न होने से लोग सरकार को कोसते रहे। जानकारी के मुताबिक असोहा क्षेत्र में अलाव जलाने के संबंध में संवाददाता ने जरिए दूरभाष उपजिलाधिकारी पुरवा राजेश चैरसिया व नायब तहसीलदार पुरवा से जानना चाहा तो उप जिलाधिकारी से बात नहीं हो सकी तथा नायब तहसीलदार का मोबाइल स्विच ऑफ बताता रहा। हाड़ कंपा देने वाली ठंड के कारण जहां रोज की तरह निकलने वाले लोगों की कमी दिखाई दी। वहीं पर सड़कों पर ठंड के कारण देर तक घना कोहरा छाने से लोग घरों से कम निकले तथा हल्की धूप निकलने के बाद भी ठंड में कोई कमी नहीं दिखाई थी शाम होते ही लोग घरों में दुबक गए।
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