श्री कृष्ण व सुदामा की मित्रता की कथा सुनकर भावुक हो उठे श्रोता

श्री कृष्ण व सुदामा की मित्रता की कथा सुनकर भावुक हो उठे श्रोता


रामनगर बाराबंकी: बाबा ज्ञान प्रकाश के नेतृत्व में बायल मऊ रेलवे क्रॉसिंग बिलखिया के निकट आयोजित सात दिवसीय आध्यात्मिक सत्संग समारोह के अंतिम दिवस पर चेयरमैन बद्री विशाल त्रिपाठी ने श्री कृष्ण चरित मानस के रचयिता वक्ता महेंद्र योगी का माल्यार्पण कर स्वागत, अभिनंदन, किया। इसके अलावा बाबा ज्ञान प्रकाश जी का अशोक तिवारी ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। सत्संग पंडाल में उपस्थित सत्संग प्रेमियों ने करतल ध्वनि से बाबा ज्ञान प्रकाश जी एवं वक्ता योगी जी का जोरदार स्वागत किया। नित्य की भांति वरिष्ठ अध्यापक संतोष बाजपेई ने समस्त संगीत टोली का चंदन लगाकर अभिनंदन किया। वक्ता डॉ महेंद्र योगी ने आध्यात्मिक सत्संग समारोह में आए हुए सत्संग प्रेमियों से कहा कि राजा वही है जो प्रजा को पुत्र की तरह माने। आज मनुष्य अहंकार में डूबा हुआ है। अपनो के लिए यदि व्यक्ति कुछ करता हैं तो उसे अहंकार नहीं मानता। दूसरो के लिए कुछ करता हैं तो उसे अहंकार बस हर जगह कहता फिरता है। अपने पुत्र, पुत्री ,पत्नी के लिए व्यक्ति में त्याग रहता है लेकिन पराया है तो उस पर अपना अधिकार बनाना चाहता। इसके अलावा संत तुलसीदास, कबीर, सूरदास, रामानंद, बाबा जगजीवन दास, नाभादास, दूलन दास, नान्हू दास के जीवन से जुड़े दृष्टांतो को सुनकर श्रोता भावुक हो उठे।कृष्ण सुदामा चरित को सुनकर लोगों की आंखों में आंसू आ गए।इस मौके पर डाॅ संजय तिवारी, रविकांत पांडे, सरवन तिवारी,अंजनी तिवारी, वरिष्ठ शिक्षक अनंतराम यादव, अतुल त्रिपाठी, मोनू सिंह, बाबा हजारी, हरिशंकर तिवारी, संजीव गुप्ता, , जग प्रसाद, नागेंद्र बाजपेई, प्रदीप सिंह, ललित कुमार वर्मा के अतिरिक्त सत्संग प्रेमी माताएं बहने एवं क्षेत्र के काफी संख्या में संभ्रांत सत्संग प्रेमी मौजूद रहे। कार्यक्रम समापन के बाद भव्य भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।

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