छुट्टा जानवरो का आतंक बरकरार, घायल होकर मर रहे छुट्टा जानवर, शव उठाने वाले बेखबर

छुट्टा जानवरो का आतंक बरकरार, घायल होकर मर रहे छुट्टा जानवर, शव उठाने वाले बेखबर

            


रामनगर बाराबंकी:तहसील क्षेत्र के अंतर्गत छुट्टा जानवरो का आतंक बरकरार है। लखनऊ गोंडा राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य मुख्य मार्गों पर आए दिन कोई न कोई छुट्टा जानवर किसी भारी वाहन से टकराकर दुर्घटना का शिकार हो रहा है। जानवरों को टक्कर लगने से अधिक चोटे आने के कारण काल के गाल में समा जा रहे हैं। मृत्यु होने के पश्चात उसी स्थान पर उनका शव पड़ा रहता है।शव उठाने वाले दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं। मृत्यु के पश्चात अधिक समय तक शव पड़ा रहने के कारण उस स्थान पर चारों तरफ दुर्गन्ध फैली रहती है। चिंता का विषय यह है कि किसी भी जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारी और हिंदू संगठनों की नजर इन शवो पर नहीं पड़ती। जिम्मेदार लोग अनदेखी करते हुए अंजान बने हुए हैं।जबकि उक्त राष्ट्रीय राज मार्ग पर निरंतर स्थानीय व जिले के आला अधिकारियों,नेताओं और जिम्मेदार लोगों का आवागमन होता रहता है। इसके बावजूद यह निरीह मृत छुट्टा जानवर जिम्मेदार लोगों को नहीं दिख रहे है।


मृत जानवर लावारिश अवस्था में पड़े रहने से जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों की सजगता और उनके दायित्वों के निर्वहन पर प्रश्नचिन्ह लगने के साथ ही मानवीय संवेदना भी तार तार हो रही है।बताते चलें कि यह पहला वाक्या नहीं है।इसके पूर्व भी इस तरह के कई मामले बीते दिनों सामने आ चुके हैं।यही नहीं काफी संख्या में सांड़,गाय बछड़े कस्बे व उसके आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में घायल,खुलेआम घूमकर आतंक मचाने के साथ ही दुर्घटनाग्रस्त होकर तड़प तड़प कर दम तोड़ रहे हैं।जिन पर शासन प्रशासन का कोई अंकुश नहीं है।वहीं जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी बेखबर मूकदर्शक बने हुए हैं ।


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