सुस्त पड़ा नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य, नहरों ‌में पानी नहीं होने से किसान तालाबों में इंजन व पंपिंग सेट लगाकर सिंचाई करने को मजबूर

सुस्त पड़ा नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य, नहरों ‌में पानी नहीं होने से किसान तालाबों में इंजन व पंपिंग सेट लगाकर सिंचाई करने को मजबूर


शुकुल बाजार। अमेठी । क्षेत्र से गुजरी नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य धीमी गति से हो रहा है नहरों ‌में पानी नहीं होने से किसान तालाबों में इंजन व पंपिंग सेट लगाकर सिंचाई करने को मजबूर है। बाजार शुकुल विकास खंड से गुजरी गेरावा रजबहा सिंचाई खंड से संचालित होती है । ग्रामीण बताते हैं कि गेरावा रजबहे मैं करीब चार महीने से पानी नहीं आया है अच्छी पैदावार के लिए गेहूं की फसल की बुआई का उपयुक्त समय 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक माना जाता है। किसानों ने धान की कटाई के बाद नहर के पानी के इंतजार में अभी तक बुआई नहीं कर सके हैं अब खेतों की सिंचाई करने के लिए किसान तालाबों व पोखरो में पंपिंग सेट लगाने को विवश है गेरावा रजबहा से जुड़ी नहर में पानी नहीं पहुंचने से किसान गेहूं की फसल की बुआई को लेकर परेशान हैं सिल्ट सफाई का कार्य सुस्त गति से चल रहा है ।


नहरों की स्थिति को सुधारने के लिए किसान वर्षों से मांग करते चले आ रहे हैं, लेकिन इसका असर विभागीय अधिकारियों पर नज़र नहीं आ रहा है। क्षेत्र के समेत अन्य माइनरों में सिल्ट सफाई का कार्य अभी शत प्रतिशत पूरा नहीं हो सका है। माइनर के किनारे के करीब दो दर्जन गांवों के अधिकतर किसान नहर के पानी के भरोसे गेहूं व सब्जियों के साथ ही अन्य फसलों की खेती करते हैं।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ