सरकार की योजनाओं से खीरी के कृषक अचल की खेती- किसानी को लगे पंख

सरकार की योजनाओं से खीरी के कृषक अचल की खेती- किसानी को लगे पंख

 

सरकार की योजनाओं से खीरी के कृषक अचल की खेती- किसानी को लगे पंख

गन्ना के क्षेत्र में रिकॉर्ड उत्पादन से चर्चाओं में आए खीरी के किसान अचल

खीरी में शुरू की ऑर्गेनिक हल्दी की खेती, गन्ने की बनाई नर्सरी, बनाया एफपीओ

लखीमपुर खीरी:जनपद खीरी के ग्राम जगदेवपुर निवासी प्रगतिशील किसान अचल कुमार मिश्रा ने गन्ने में रिकॉर्ड उत्पादन कर जिले ही नहीं वरन पूरे प्रदेश के किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत बने हैं।

अचल बताते हैं कि खेती-किसानी के क्षेत्र में उनकी विशेष रूचि है। कुछ अलग कर दिखाने का जज्बा उन्हें उनके पिता से मिला। उन्होंने बताया कि उनके पिता की मृत्यु वर्ष 2016 में किसान सम्मान दिवस के दिन हुई। जो पेशे से किसान थे। उन्होंने कहा कि गन्ने के क्षेत्र में प्रति हेक्टेयर 3296 कुंतल गन्ने का उत्पादन कर रिकॉर्ड कायम किया। यही नहीं जनपद खीरी में पहली गन्ना नर्सरी का भी सृजन भी किया। केंद्र व प्रदेश सरकार की किसानपरक जनकल्याणकारी योजनाएं उनके लिए वरदान साबित हुई। इन्हीं योजनाओं के बलबूते उन्होंने ऑर्गेनिक हल्दी के उत्पादन का भी बीड़ा उठाया और आज वह डेढ़ सौ कुंतल प्रति हेक्टेयर ऑर्गेनिक हल्दी का उत्पादन कर रहे हैं। 

अचल बताते हैं कि आसपास के किसानों को समृद्धि के रास्ते खोलने हेतु सरकार की प्रेरणा से उन्होंने एक किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ)का भी गठन किया। इससे वह न केवल अन्य किसानों को उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि के लिए प्रेरित किया बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उनकी आय में वृद्धि के लिए सरकार की किसानपरक योजनाओं के माध्यम से प्रशिक्षित कर रहे हैं। यही नहीं उन्होंने एक कस्टम हायरिंग सेंटर भी खोला है। जिसके माध्यम से किसानों को सस्ती दरों पर कृषि यंत्रों की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है तथा फसल अवशेष प्रबंधन हेतु प्रशिक्षित किया जा रहा है।

श्री मिश्र बताते हैं की सरकार की ड्रिप इरिगेशन एवं ट्रेंच विधि कृषि क्षेत्र में एक नई जान फूंक दी। इसे अपनाकर न केवल अपनी आजीविका में वृद्धि किया बल्कि वह आज अन्य किसानों के लिए प्रेरणा बन सके।


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