दिसंबर बीत चुका है, जिसमें इस बार कड़ाके की ठंड तीन-चार दिन ही रही। इसके बाद जनवरी में भी मौसम के तेवर कृषि वैज्ञानिकों को हैरान कर रहे हैं, क्योंकि लगातार धूप निकल रही है। सुबह कोहरे की चादर कुछ घंटों में सिमट जा रही है और पाला भी नहीं गिर रहा। इससे तापमान में लगातार वृद्धि होने लगी है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि बढ़ते तापमान से गेहूं की पैदावार प्रभावित हो सकती है, क्योंकि निर्धारित समय से पहले गेहूं की फसल में फूल आया तो उत्पादन घटना तय है।
कोरोना काल में मौसम भी नए अंदाज दिखा रहा है। ठंड का असर सुबह-शाम को रहता है, दिन में धूप निकलने से तापमान बढ़कर सामान्य स्तर तक पहुंचने लगा है। कोहरा पड़ने की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन यह भी कभी-कभार दिखाई देता है। इससे ठंडक का असर सुबह-शाम तक ही सीमित है। सोमवार को सुबह बादल छाए, लेकिन कुछ देर बाद ही धूप खिल गई। इससे पहले रविवार को सुबह हल्की बारिश हुई थी और दिन में बादलों की आवाजाही रही थी। सोमवार को अधिकतम तापमान 27 डिग्री और न्यूनतम 14 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य तापमान के ही करीब है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक मंगलवार को बादलों की आवाजाही रहने से कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। बुधवार को भी बादलों की आवाजाही रहेगी, लेकिन तापमान में खास गिरावट आने की उम्मीद नहीं है। पूरे सप्ताह में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे जाने का संयोग नहीं बन रहा है।
0 टिप्पणियाँ