हरियाखेडा में मिले अधजले शव का खुलासा, हत्या में संलिप्त दो व्यक्ति गिरफ्तार

हरियाखेडा में मिले अधजले शव का खुलासा, हत्या में संलिप्त दो व्यक्ति गिरफ्तार



 

जनपद बागपत पुलिस अधीक्षक के निर्देशन व अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में क्षेत्राधिकारी खेकडा के पर्यवेक्षण में थाना बालैनी पुलिस ने प्राप्त साक्ष्यों एवं विवेचना के आधार पर आज दिनांक को सुबह समय करीब 06ः55 बजे मुखबिर की सूचना पर ग्राम हरियाखेडा से हत्या में सलिप्त अभियुक्त संजय यादव पुत्र इन्दराज सिंह निवासी ग्राम फुलेरा थाना चांदीनगर जनपद बागपत हाल निवासी गली नम्बर-4 गंगाविहार थाना गोकुलपुरी दिल्ली व नितिन राठौर पुत्र सुरेश राठौर निवासी गली नम्बर-14 गुलाब वाटिका थाना लोनी बार्डर जनपद गाजियाबाद को गिरफ्तार किया ।

अभियुक्त संजय की निशादेही से हत्या में प्रयुक्त एक मफलर, एक मो0सा0 हीरो होण्डा स्पलेण्डर प्लस, एक प्लास्टिक की खाली बोतल बिना टक्कन एवं एक राशन कार्ड, एसबीआई बैंक पास बुक व एसबीआई बैंक के आईडीकार्ड की छायाप्रति बरामद किया गया । अभियुक्त के विरूद्व थाना बालैनी पर विधिक कार्यवाही की जा रही है।


पूछताछ का विवरण

गिरफ्तार अभियुक्त संजय ने पूछताछ पर बताया 

 मेरे दोस्त नितिन राठौर के पिता मृतक सुरेश राठौर ने मुझसे करीब 07 माह पूर्व 01 लाख 10 हजार रूपये उधार लिये थे। मेरे द्वारा अपने उधार के रूपये बार-बार मांगने पर भी सुरेश नही दे रहा था। दिनांक 20.02.2021 की शाम करीब 06.30 बजे मैं सुरेश राठौर को लोन दिलवाने का लालच देकर अपनी मो0सा0 स्पलेण्डर प्लस पर एक दलाल से मिलवाने के नाम पर लेकर उसके घर गुलाब वाटिका थाना लोनी बार्डर से निकला था। जिसे मैं ग्राम कहरका-मुकारी के रास्ते बालैनी लेकर आया था। रास्ते में हम दोनों ने शराब की एक बोतल ठेके से खरीदी ली थी। शराब की बोतल को हम दोनों रास्ते में रूक-रुककर पीते हुए आये। मैनें जानबूझकर सुरेश को ज्यादा शराब पिलाई और बताया कि मेरी तबीयत खराब है, इसलिए मैं कम लूँगा और मैने एक-दो पैग ही लिये थे। बालैनी आते-आते सुरेश पूरी तरह नशे में हो गया। फिर मैं सुरेश को साथ लेकर हरियाखेड़ा गांव के जंगल में अपने मामा ओमपाल पुत्र लोथीराम निवासी ग्राम हरियाखेड़ा की ट्यूबवैल पर लेकर गया। वहाँ मैनें सुरेश से अपने उधार दिये गये पैसों की मांग करने लगा, तो उसने मुझसे कहा कि मैं तुझे कोई पैसे नहीं दूँगा, और जिस काम के लिए लेकर आया है, मुझे उस आदमी से मिलवा और मेरा काम करवा नहीं तो बहुत बुरा होगा। इस बात पर मुझे गुस्सा आ गया और मैनें अपने गले में पड़े खाकी रंग के मफलर से ट्यूबवैल के चबूतरे पर सुरेश का गला घोटकर उसकी हत्या कर दी। उसकी जेबों में रखे कागजात राशन कार्ड, स्टेट बैंक आफ इण्डिया पास बुक की प्रथम पेज की फोटोस्टेट, एसबीआई बैक के आईडी कार्ड की छायाप्रति व सुरेश का मोबाइल फोन तथा मकान की चाबी निकाल ली। फिर मैनें ट्यूबवैल के पास एक प्लास्टिक की बोतल ढूढं ली और अपनी मो0सा0 की टंकी से पैट्रोल निकाल लिया और सुरेश के मृत शरीर पर उडेल दिया। तथा सुरेश के शरीर में आग लगा दी। मैनें उसकी शिनाख्त से सम्बन्धित कागजात और अपना मफलर तथा पेट्रोल की वह बोतल जिससे मैनें सुरेश के शरीर पर पेट्रोल छिड़का था सामने ईंख के खेत में छिपाकर रख दिये थे। मैनें सुरेश का मोबाइल और उसके मकान की चाबी दिल्ली वापिस पहुँचकर एक कूड़े के ढेर मे फैंक दी थी। यह पूरा षड़यन्त्र मृतक सुरेश के बेटे नितिन राठौर ने रचा था।


गिरफ्तार अभियुक्त नितिन ने पूछताछ पर बताया


 मेरे पिता सुरेश राठौर ने मुझे अपनी सम्पत्ति से बेदखल कर दिया था। मेरी माँ की मृत्यु 04-05 वर्ष पूर्व हो चुकी है। और मेरा पिता सुरेश मुझे कोई पैसा भी नहीं देता था। मैनें अपने पिता को बहला-फुसलाकर मकान की पावर आफ अटोर्नी अपने नाम करा ली थी। लेकिन वह मुझे मकान में आने नहीं देता था।

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