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पंचायत चुुनाव: ग्राम प्रधान बनने के लिए नई स्टाइल में शुरू हुआ प्रचार, जानिए क्या है नया तरीका....?



 पंचाचत चुनाव का आरक्षण जारी हो जाने के बाद अब सियासी चौपालों की रौनक बढ़ गई है। समीकरण बनने-बिगड़ने लगे हैं। जहां कुछ दावेदार दौड़ से बाहर हो गए हैं वहीं दूसरी ओर कुछ ने दावेदारी तेज कर दी है। इस सब के बीच पगड़ी और गमछावाले दावेदार हाईटेक होकर सामने आ रहे हैं। कभी ठीक से मोबाइल न चला पाने वाले प्रत्याशियों की उंगलियां फेसबुक पर खूब फिरकी कर रही है। फेसबुक पर जोर-शोर से प्रचार-प्रसार शुरू हो गया है। कोई अगले पांच साल में विकास की गंगा बहाने का दावा कर रहा है तो कोई गांव को शहर की तरह चमकाने का वादा। हर किसी के वादे अलग-अलग लेकिन अंदाज बिल्कुल ही नया। खास यह है कि फेसबुक पर हाथ आजमाने वाले इस जमात की उम्र 60 वर्ष से पार है।

फेसबुक पर अपने पक्ष में वोटिंग की अपील के बाद पगड़ी और गमछेवाले प्रत्याशी समय से भोजन करें या न करें, हर 10 मिनट में फेसबुक खोलकर अपने पोस्ट पर कमेंट और लाइक को जरूर देख रहे हैं। गोला के शिवपुर गांव के रहने वाले श्याम विहारी बताते हैं कि वह दो बार चुनाव लड़ चुके हैं। एक बार भी जीत नहीं मिली है। इस बार पूरी दावेदारी से मैदान में उतर रहे हैं। फेसबुक कभी नहीं चला पाते थे लेकिन पोते ने सिखा दिया है। अब दिनभर में तीन से चार घंटे फेसबुक पर नजर रहती है। लोगों तक अपनी बात पहुंचाने का यह बहुत ही कारगर तरीका है। फेसबुक पर 2334 दोस्त बन गए हैं। वहीं पिपराइच के धानी गांव के बजरंगी बताते हैं कि वह पिछले साल तक ठीक से मोबाइल नहीं चला पाते थे लेकिन नाती ने फेसबुक, वाट्सएप सब सिखा दिया। चुनाव लड़ना है इसलिए फेसबुक के जरिए अपनी प्राथमिकताओं को आमजन तक पहुंचा रहे हैं। 

29.99 लाख वोटर चुनेंगे गांव की सरकार

आगामी 15 मार्च से 7 अप्रैल के बीच होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 29.99 लाख वोटर अपनी सरकार चुनेंगे। गोरखपुर निर्वाचन विभाग ने पंचायत चुनाव को लेकर अंतिम सूची जारी कर दी है। मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम में सर्वाधिक वोटर कौड़ीराम में बढ़े हैं। यहां के 23459 नागरिक नए वोटर बने हैं, जबकि सबसे कम 5173 वोटर जं. कौड़िया में बने हैं। 

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