बाराबंकी। कोरोना वायरस की तेज चाल ने ढाई हजार से अधिक नए केस देने का आंकड़ा पार कर लिया है। इसके अलावा रविवार को अलग अलग स्थानों पर तीन संक्रमितों की मौत हो गई।कोरोना वायरस की रोकथाम प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है कहीं इंतजाम नाकाफी हैं कहीं आम जन का सहयोग इन सबके बीच वायरस अपनी तेज चाल चल रहा है। रविवार को विशेष साफ सफाई अभियान के साथ सेनेटाइजेशन का काम किया गया। इन कामो का असर आने वाले दिनों में दिखाई देगा इधर नए केस जरूर ढाई हजार से अधिक हो गए है।रविवार का दिन भी मौतों के साथ गुजरा। तहसील सिरौलीगौसपुर के कोटवाधाम के सेवानिवृत्त शिक्षक 85वर्षीय जानकी प्रसाद शुक्ला की इलाज दौरान मौत हो गई। उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। लखनऊ के लोहिया अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।इधर हैदरगढ़ के चौबीसी गांव के कमलेश (60) रविवार को आवास पर ही थे। दोपहर में चाय पीते समय वो बेहोश हो गए। बताते है कि एक सप्ताह से वह बीमार चल रहे थे। उन्हें सीएचसी लाया गया एंटीजेन टेस्ट हुआ और हिन्द अस्पताल ले जाने को कहा गया। अस्पताल प्रशासन ने फोन पर बेड न होने की बात कही। घर पर ही उनकी मौत हो गई। मौके पर आए स्वास्थ्यकर्मियों ने कोविड प्रोटोकॉल के तहत उनका अंतिम संस्कार करवाया।
तीसरी मौत त्रिवेदीगंज ब्लाक की ग्राम पंचायत
बुढ़नापुर के जलालपुर निवासी पारसनाथ (65) की हुई। पारसनाथ बुढ़नापुर से प्रधान प्रत्याशी थे। जो शनिवार को हुई जांच में संक्रमित पाये गए थे। सीएचसी अधीक्षक डॉ. महमूद खान का कहना है कोरोना पाजिटिव पाये जाने पर हिंद अस्पताल रेफर किया गया था। परिवारजन का कहना है कि बेड नहीं मिलने पर घर वापस लाया गया था। जिनकी रविवार करीब 4 बजे घर पर मौत हो गई।
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